नई दिल्ली,
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने देश की राजधानी नई दिल्ली में अपना नया और भव्य कार्यालय बनाया है. आधुनिक सुविधाओं से लैस आरएसएस का ये दफ्तर पौने चार एकड़ के एरिया में फैला है. संघ का नया भवन 13 मंजिला भव्य इमारत है और इसमें कुल 300 रूम और ऑफिस हैं. संघ अपने दफ्तर का पुनर्निर्माण करा रहा था. ये निर्माण कार्य पूरा होने के बाद संघ अपने ऑफिस को पुराने पते पर ले आया है.
सूत्रों ने बताया कि दिल्ली के झंडेवालान में स्थित आरएसएस कार्यालय केशव कुंज के पुनर्निर्माण पर करीब 150 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. यह खर्च हिंदुत्व संगठन की विचारधारा से सहानुभूति रखने वाले 75,000 से अधिक लोगों के योगदान से जुटाया गया है. इसमें आठ साल से अधिक का समय लगा है. इस दौरान कोरोना संक्रमण से निर्माण कार्य प्रभावित भी रहा.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत और महासचिव दत्तात्रेय होसबोले 19 फरवरी को झंडेवालान कार्यालय से संगठन के कामकाज की शुरुआत करने के लिए संगठन की दिल्ली इकाई के “कार्यकर्ता सम्मेलन” में शामिल होंगे. बता दें कि झंडेवालान में 1962 से संघ का दफ्तर है. यहां पर निर्माण कार्य प्रारंभ होने के बाद आरएसएस 2016 से एक किराए के परिसर से अपनी गतिविधियों को चला रहा था.
सूत्रों ने बताया कि नया परिसर, पहले की दो मंजिला इमारत से काफी अलग है. इसे आधुनिक निर्माण तकनीक और पुराने वास्तुशिल्प डिजाइन को मिलाकर तैयार किया गया है. ताकि इस इमारत को हवादार और सूर्य की रोशनी से चमकते रहने वाला बनाया जा सके. इमारत की जालियों में स्वास्तिक के चिह्न लगाए गए हैं. भवन के सभागार में आरएसएस के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार की प्रतिमा लगी है.
गुजरात के वास्तुकार अनूप दवे ने इस भवन का डिजाइन तैयार किया है. इमारत के तीन टॉवरों को तीन नाम दिए गए हैं. ये नाम हैं- साधना, प्रेरणा और अर्चना. इस भवन के एक सभा कक्ष का नाम विश्व हिन्दू परिषद के अग्रिम नेता रहे अशोक सिंघल के नाम पर रखा गया है. अशोक सिंघल राम मंदिर निर्माण आंदोलन से जुड़े थे. इस सभागार में 463 व्यक्ति बैठ सकते हैं. इस प्रासाद के एक दूसरे सभागार में 650 श्रोता-दर्शक बैठ सकते हैं.
सूत्रों ने बताया कि आरएसएस कार्यालय में अपने पदाधिकारियों और सदस्यों के लिए आवास की सुविधा के अलावा एक पुस्तकालय, स्वास्थ्य क्लिनिक और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट भी है. इसके अलावा इसकी कुल बिजली जरूरतों के एक हिस्से को पूरा करने के लिए सोलर पैनल भी लगाए गए हैं. इस भवन की स्वास्थ्य सुविधाएं आस-पास रहने वाले गरीब लोगों के लिए खुली रहेंगी और बाहरी लोग भी पुस्तकालय सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे. नए परिसर में आधुनिक और विशाल सम्मेलन कक्ष और सभागार हैं.