दमोह:
मध्य प्रदेश के दमोह जिले में एक अस्पताल में ऑपरेशन के बाद सात मरीजों की मौत हो गई। इस घटना के बाद एक चौंकाने वाली बात सामने आई है। एक CCTV फुटेज में एक नकली डॉक्टर ऑपरेशन थिएटर में जाता हुआ दिखाई दे रहा है। आरोप है कि इस डॉक्टर ने एक मशहूर ब्रिटिश हृदय रोग विशेषज्ञ, डॉ. एन जॉन कैम के रूप में पहचान बनाई और अवैध रूप से हार्ट सर्जरी की. इन सर्जरी के कारण कम से कम सात मरीजों की जान चली गई। वह ओटी में सूट और टाई पहनकर जा रहा है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का वादा किया है।
सूट में जा रहा ओटी के अंदर
दमोह के मिशन अस्पताल में सात मरीजों की मौत के बाद हड़कंप मच गया है। अस्पताल के CCTV फुटेज में नरेंद्र विक्रमादित्य यादव नाम का एक व्यक्ति फॉर्मल सूट और टाई पहनकर ऑपरेशन थिएटर में घुसता दिख रहा है। जबकि बाकी स्टाफ OT यूनिफॉर्म में थे। आरोप है कि नरेंद्र विक्रमादित्य यादव ने खुद को ब्रिटेन के मशहूर हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. एन जॉन कैम बताया।
सात मरीजों की हुई है मौत
टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, उसने कथित तौर पर अवैध हार्ट सर्जरी की, जिससे कम से कम सात मरीजों की मौत हो गई। घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल के कैथ लैब को सील कर दिया है। जिला स्वास्थ्य अधिकारी विक्रांत सिंह चौहान ने बताया कि जिला प्रशासन के निर्देश पर कैथ लैब को सील किया गया है। उन्होंने कहा कि सारे ऑपरेशन और सबूत इसी जगह से जुड़े हैं। उन्होंने यह भी बताया कि कई मृतकों की एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी यहीं पर की गई थी।
सीने में दर्द को हार्ट अटैक कहा
एक पीड़ित के रिश्तेदार, जितेंद्र सिंह राजपूत ने बताया कि कैसे उनके पिता इस धोखाधड़ी का शिकार हुए। उन्होंने कहा कि मेरे पिता को सीने में दर्द हुआ, और डॉक्टरों ने कहा कि यह हार्ट अटैक है। उन्होंने सर्जरी की सलाह दी। मैंने उनसे कहा कि मैं इसे वहन नहीं कर सकता, तो उन्होंने कहा कि आयुष्मान कार्ड से खर्च कवर हो जाएगा।
पूरे राज्य में गुस्सा
इस घटना से पूरे राज्य में गुस्सा है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सख्त कार्रवाई का वादा किया है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ऐसे मामलों में तुरंत कार्रवाई करती है। हमने विश्वसनीयता की पहचान बनाई है। मैंने स्वास्थ्य विभाग को अच्छी तरह से जांच करने और ऐसे मामले सामने आने पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
पहले भी विवादों में रहा अस्पताल
राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल ने भी इस पर टिप्पणी की। उन्होंने बताया कि यह मिशनरी अस्पताल पहले भी विवादों में रहा है। उन्होंने कहा कि यह बहुत गंभीर मामला है। इस संस्थान पर पहले भी सवाल उठ चुके हैं। निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। राजनीति न्याय को प्रभावित नहीं करनी चाहिए। हमें पीड़ितों का साथ देना चाहिए और दोषियों को सजा दिलानी चाहिए।