आगरा:
उत्तर प्रदेश के आगरा में दलितों की बारात पर दबंगों ने हमला बोल दिया। उन पर लाठी-डंडों और तलवारों से हमला किया। दूल्हे का कॉलर पकडक़र घोड़ी से नीचे उतार दिया। धारदार हथियार, लाठी-डंडे लेकर दबंग लोगों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटने लगे। महिलाओं और बच्चों में दहशत फैल गई। बारातियों में चीख पुकार मचने लगी। बचने के लिए लोग इधर-उधर भागने लगे। मौके पर पुलिस कंट्रौल रूम को सूचना दी गई। पुलिस की मौजूदगी में भी उपद्रवी बारातियों की पिटाई करते रहे।
घटना पर नाराजगी जताते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा, आगरा में दलित समाज की बारात पर जातिवादी व सामंती तत्वों द्वारा हिंसा की ताज़ा घटना सहित यूपी के विभिन्न जिलों में भी गरीबों व दलितों आदि पर हो रही जुल्म-ज्यादती की बढ़ती घटनाएं अति-चिन्तनीय, जबकि बीएसपी के शासनकाल में सरकार हमेशा अन्याय के विरुद्ध इनके साथ खड़ी हुई दिखती थी।
थाना पुलिस का कहना है कि बारात में बज रहे डीजे को लेकर क्षत्रिय समाज के लोगों ने विरोध किया था। इस बात पर विवाद हुआ था। मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। यह घटना बुधवार रात करीब 9:30 बजे की है।
आगरा के नगला तल्फी, गढ़ी रामी एत्मादपुर की रहने वाली अनीता ने बताया कि उनकी बेटी प्रियंका की बारात बुधवार को मथुरा से आई थी। रात करीब 9:30 बजे बारात श्रीकृष्णा मैरिज होम से चढ़ रही थी। तभी सामने से क्षत्रिय समाज के मनोज, अजीत, सौरभ, अंकित, प्रदीप, अमन, संजय, सचिन, अजय और 20-25 अज्ञातों ने बारातियों पर हमला बोल दिया।
उन्होंने दूल्हे का कॉलर पकडक़र नीचे उतार दिया। धारदार हथियार से लोगों को मार-मारकर घायल कर दिया। इतना ही नहीं, जातिसूचक गालियां देकर दूल्हे को नीचे गिरा दिया। शादी में दहशतगर्दी मचा दी। पुलिस के सामने भी उपद्रवियों ने लोगों की पिटाई लगाई, लेकिन पुलिस ने किसी को अरेस्ट नहीं किया।
बारात में डीजे रास नहीं आया
पीड़ित परिवार के लोगों ने बताया कि जिस जगह से बारात निकल रही थी, उसी रास्ते में क्षत्रियों के मकान बने हैं। धूमधाम और संगीत से निकल रही बारात क्षत्रिय समाज के लोगों को रास नहीं आई। इस वजह से उन्होंने आकर बारात में बज रहा डीजे बंद करवा दिया। इसके बाद जातिसूचक गालियां देने लगे।
कहासुनी होने पर वे लोग लाठी-डंडे और धारदार हथियार निकाल लाए। इसके बाद बारातियों पर उपद्रवी टूट पड़े। कई लोगों के सिर पर गंभीर चोटें आई हैं। दूल्हे की घोड़ी से उतारकर पीटा गया। बारात चढ़ने से रोक दी गई। आरोप है कि पुलिस को सूचना दी गई लेकन पुलिस की मौजूदगी में भी लोगों के साथ मारपीट होती रही। थाना एत्मादपुर प्रभारी विजय विक्रम सिंह ने बताया कि साउंड सिस्टम को लेकर विवाद हुआ था। एससी/एसटी और मारपीट में केस दर्ज हुआ है।
भीम आर्मी के लोग पहुंचे थाने
घटना की जानकारी होने पर भीमआर्मी और आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ता थाना एत्मादपुर पहुंच गए। घटना के 12 घंटे बीतने के बाद भी जब केस दर्ज नहीं हुआ तो थाने का घेराव शुरू हो गया। एसीपी एत्मादपुर पीयुषकांत ने बताया कि पीडि़त परिवार की तहरीर के आधार पर केस दर्ज किया गया है। सीसीटीवी और इंटरनेट पर वायरल वीडियो से साक्ष्य संकलित किए जा रहे हैं। जांच की जा रही है। इधर भीम आर्मी के कार्यकर्ता आरोपियों की गिरफ्तारियों की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जल्द ही आरोपी गिरफ्तार नहीं हुए तो उग्र आंदोलन होगा।