पटना,
बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना है. इसे लेकर आज महागठबंधन में शामिल घटक दलों की पटना में बड़ी बैठक हुई. प्रदेश आरजेडी ऑफिस में 3 घंटे तक चली इस मीटिंग में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के अलावा बिहार कांग्रेस के प्रभारी कृष्णा अल्लावरु समेत लेफ्ट और वीआईपी के नेता मुकेश सहनी भी शामिल हुए.
बैठक के बाद महागठबंधन के नेताओं ने कहा कि चुनाव में महागठबंधन मजबूती के साथ जनता के बीच जाने के लिए एक कॉर्डिनेशन कमेटी का गठन होगा. तेजस्वी यादव को इस कॉर्डिनेशन कमेटी का चेयरमैन बनाया गया है. भले ही तेजस्वी को कॉर्डिनेशन कमेटी की कमान दे दी गई, लेकिन महागठबंधन के चेहरे के तौर पर तेजस्वी के नाम का ऐलान नहीं हो पाया.
प्रेस वार्ता में हुआ कॉर्डिनेशन कमेटी का ऐलान
दरअसल, महागठबंधन के नेताओं की प्रेस वार्ता में जैसे ही कॉर्डिनेशन कमेटी का ऐलान हुआ, उसके बाद तेजस्वी यादव से महागठबंधन के चेहरे को लेकर सवाल होने लगा. तेजस्वी ने अपने ठीक पास में बैठे बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरु की तरफ इशारा करते हुए उन्हें जवाब देने को कहा. बिहार कांग्रेस प्रभारी ने सवाल लेने से पहले ही यह कह दिया कि वह किसी सवाल को बार-बार पूछे जाने पर एक ही जवाब देंगे. इसके बाद कृष्णा अल्लावरु ने कहा कि महागठबंधन में चेहरे को लेकर कोई कंफ्यूजन नहीं है, यहां बिल्कुल क्लियेरिटी है, लेकिन महागठबंधन का चेहरा कौन होगा? इसका खुलासा बिहार कांग्रेस प्रभारी ने नहीं किया.
हमारे यहां सब कुछ क्लियर, कोई कंफ्यूजन नहींः कृष्ण अल्लावरु
प्रेस कॉन्फ्रेंस में बार-बार सवाल पूछे जाने पर भी कृष्ण अल्लावरु यही कहते रहे कि हमारे यहां सब कुछ क्लियर है, कंफ्यूजन है तो वह एनडीए में है. हालांकि इस दौरान तेजस्वी यादव ने सिर्फ इतना ही कहा कि यहां कोई कंफ्यूजन नहीं है, को-ऑर्डिनेशन कमेटी बना दी गई है. सारे पत्ते एक बार नहीं खोले जा सकते. हम अगली बार कोई और जानकारी एक साथ साझा करेंगे.
तेजस्वी और बिहार कांग्रेस प्रभारी के बयानों में विरोधाभास
तेजस्वी यादव और बिहार कांग्रेस प्रभारी के बयानों में जिस तरह विरोधाभास दिखा, उसके बाद यह साफ होता नजर आया कि तेजस्वी के नेतृत्व पर फिलहाल बैठक में कोई सहमति नहीं बन पाई. तेजस्वी के नेतृत्व को लेकर एक तरफ जहां आरजेडी की हां दिखती रही. वहीं कांग्रेस की ना ने आरजेडी के समर्थकों को निराश कर दिया. अब देखना होगा कि कॉर्डिनेशन कमेटी की कमान मिलने के बाद तेजस्वी आखिर किस मिजाज से चुनावी रण में उतरते हैं.