पटना
पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी ने एक बार फिर पाकिस्तान को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है। गुरुवार को पटना स्थित जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भारत को और अधिक कठोरता के साथ पाकिस्तान को सबक सिखाना चाहिए था। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा, ‘पाकिस्तान की और पिटाई करनी थी। मोदी की सरकार द्वारा ट्रम्प से डर कर अनावश्यक युद्धविराम कर दिया गया, जो सही नहीं था। नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को सबक सिखाने का एक बड़ा मौका गंवा दिया गया।’
भारत की प्रतिक्रिया होनी चाहिए थी और कड़ी: स्वामी
डॉ. स्वामी ने पाकिस्तान पर हमला बोलते हुए कहा कि यह पूरा टकराव पाकिस्तान द्वारा किए गए पहलगाम नरसंहार से शुरू हुआ था। उन्होंने इसे भारतीय इतिहास के सबसे बर्बर और वीभत्स हमलों में से एक बताया। उनके अनुसार, निर्दोष नागरिकों पर इस तरह का हमला न केवल अमानवीय था, बल्कि यह भारत की संप्रभुता और अस्तित्व पर सीधा आघात था। ऐसे में भारत को इससे भी अधिक कठोर और निर्णायक प्रतिक्रिया देनी चाहिए थी।
ऑल-पार्टी डेलीगेशन पर भी साधा निशाना
सुब्रमण्यम स्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भेजे जा रहे ऑल-पार्टी डेलीगेशनों की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि इन प्रतिनिधिमंडलों का कोई व्यावहारिक असर नहीं होने वाला है। उनके अनुसार, ‘हर कोई जानता है कि इन दौरों का मकसद केवल विदेश भ्रमण का आनंद लेना है, न कि कोई कूटनीतिक सफलता हासिल करना।’ डॉ. स्वामी का यह बयान ऐसे समय आया है जब भारत सरकार ऑपरेशन सिंदूर के बाद अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने के लिए सक्रिय है और विभिन्न देशों में राजनीतिक प्रतिनिधिमंडल भेज रही है।