भोपाल:
पाकिस्तान की मददगार तुर्किए की कंपनी मध्य प्रदेश मेट्रो का काम कर रही है। इस खुलासे के बाद हड़कंप मच गया है। प्रशासनिक अमला भले कुछ कहने से बच रहा हो, लेकिन इस मुद्दे पर भाजपा घिरती हुई नजर आ रही है। वहीं इस मुद्दे पर कांग्रेस उग्र है। 31 मई को पीएम नरेंद्र मोदी इंदौर मेट्रो को भोपाल से हरी झंडी दिखाएंगे। तुर्किए कंपनी को लेकर सरकार की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। कांग्रेसी नेताओं का कहना है कि ठेका निरस्त किया जाए।
बता दें कि भोपाल और इंदौर मेट्रो में ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन सिस्टम लगाने वाली तुर्किए की कंपनी का नाम ‘असिस गार्ड’ है। तुर्किए पाकिस्तान का समर्थक हैं और आपरेशन सिंदूर के दौरान भारत के खिलाफ पाकिस्तान ने तुर्किए के ड्रोन का इस्तेमाल किया था। कांग्रेस ने यह शक जताया है कि अगर ऐसी कंपनी के संसाधन मेट्रो स्टेशनों पर लगते हैं तो कोई भरोसा नहीं कि तुर्किए मेट्रो ट्रेन में विस्फोट भी कर सकते हैं।
पीएम मोदी दिखाने वाले हैं हरी झंडी
कांग्रेस ने कहा है कि 7 दिन के अंदर भोपाल-इंदौर मेट्रो के 10 स्टेशन पर लगे सभी सिस्टम उखाड़ फेंक देंगे। जबकि 31 मई को पीएम नरेंद्र मोदी इंदौर मेट्रो का वर्चुअली तरीके से कॉमर्शियल रन को हरी झंडी भी दिखाने वाले हैं। अब मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार ऐसा विकल्प तलाश रही है, जिससे इस समस्या का हल निकल सके।
तुर्किए की कंपनी का क्या है काम
वहीं, मेट्रो कंपनी के अफसर दबी जुबान से कह रहे हैं कि अगर तुर्किए की कंपनी का अनुबंध खत्म किया तो टिकट कौन बनाएगा? इतने कम दिनों में नई व्यवस्था आसान नहीं होगी। क्या हाथों से बनाकर टिकट दिये जाएंगे। बता दें कि ‘असिस गार्ड’ महत्वपूर्ण ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन यानी टिकट लेने का काम करती है। जैसे ही यात्री टिकट लेगा उस कार्ड के जरिए किराया लेने के बाद ही गेट खुल जाएगा फिर बंद हो जाएगा। यह पूरा सिस्टम ही तुर्किए की कंपनी का है। अगर इस कंपनी का काम छीना गया तो मेट्रो कॉरपोरेशन मैन्युवली टिकट सिस्टम लागू कर सकता है। अफसरों के अनुसार, मैन्युवली सिस्टम के लिए अमला तैनात करना पड़ेगा।