17.9 C
London
Monday, September 15, 2025
HomeभोपालMP में प्याज के दाम निकाल रहे किसानों के आंसू; मंडी में...

MP में प्याज के दाम निकाल रहे किसानों के आंसू; मंडी में बिक रही 1 रुपए किलो, बेचने आए किसान क्या बोले

Published on

नीमच

आम आदमी के रोज के उपयोग में आने वाली सब्जी प्याज काटने के समय आंखों में आंसू ला देती है। लेकिन अब वही प्याज किसानों को रुला रही है। प्याज के दामों में भारी गिरावट ने किसानों की कमर तोड़ दी है। प्रदेश की सबसे बड़ी कृषि उपज मंडी नीमच में प्याज एक रुपए किलो तक बिक रहा है। हालात ऐसे हैं कि कई किसानों को खरीदार तक नहीं मिल रहे। मजबूरी में किसान मंडी में ही प्याज फेंककर लौट रहे हैं। कुछ किसान इसे मवेशियों को खिलाने की बात कह रहे हैं।

एक समय प्याज 50 रुपए किलो तक बिका था। अब वही प्याज एक रुपए में भी नहीं बिक रहा। किसानों का कहना है कि उन्हें लागत भी नहीं मिल रही। सिंचाई, खाद, कीटनाशक और मजदूरी मिलाकर प्रति क्विंटल 300 से 500 रुपए तक खर्च आया। ऊपर से ट्रांसपोर्ट का खर्च अलग। लेकिन मंडी में 100 से 200 रुपए प्रति क्विंटल ही दाम मिल रहे हैं। इससे ट्रांसपोर्ट का खर्च भी नहीं निकल पा रहा।

लागत भी नहीं निकल रही
कुछ किसानों ने एक रुपए दस पैसे की बोली सुनकर प्याज वहीं छोड़ दिया। उनका कहना है कि मंडी में न्यूनतम समर्थन मूल्य तय होना चाहिए। ताकि मेहनत पर पानी न फिरे। मंडी प्रशासन और व्यापारियों के अनुसार, प्याज की कीमतों में गिरावट की वजह बंपर उत्पादन है। प्रदेश के साथ-साथ अन्य राज्यों में भी भारी पैदावार हुई है। नीमच क्षेत्र में भी प्याज की बंपर आवक है। मांग कम होने से व्यापारी खरीद से बच रहे हैं।

प्याज की हुई बंपर आवक
मंडी सचिव ने बताया कि राजस्थान और महाराष्ट्र से भी प्याज की अधिक आवक हो रही है। बाजार में मांग कम है। किसानों को सलाह दी गई है कि कुछ समय के लिए उपज रोककर रखें। लेकिन किसानों की हालत खराब है। उन्हें उम्मीद थी कि प्याज बेचकर देनदारी चुकाएंगे। अब ब्याज बढ़ता जा रहा है। अगली फसल के लिए खेत तैयार करने के लिए भी पैसे नहीं हैं। खेत से प्याज निकालने और कटाई के लिए मजदूरी का खर्च भी अलग से हो रहा है।

मवेशियों को खिलाने को मजबूर किसान
किसानों का कहना है कि जब लागत भी नहीं निकल रही तो प्याज फेंकने या मवेशियों को खिलाने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है। किसानों की मांग है कि प्याज की एमएसपी घोषित की जाए। ताकि भविष्य में इतना नुकसान न उठाना पड़े।

Latest articles

सुभाष नगर विश्राम घाट किया पिंडदान

भेल भोपाल।सुभाष नगर विश्राम घाट पर 16 श्रादों में तर्पण पिंडदान के साथ भागवत...

बजरंग दल की प्रांत बैठक व दायित्वबोध वर्ग का हुआ शुभारंभ

बड़वाह।बड़वाह के उत्सव गार्डन में 3 दिवसीय बजरंग दल की बैठक व दायित्वबोध वर्ग...

अनजुमन तरक्‍की-ए-उर्दू (हिंद) ने राहत सामग्री गुरुद्वारा समिति को सुपुर्द की

भेल भोपाल।अनजुमन तरक्‍की-ए-उर्दू (हिंद), भेल भोपाल ने सोमवार को पंजाब के बाढ़ प्रभावित लोगों...

गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में “लाइन फॉलोवर रोबोट” पर कार्यशाला का आयोजन

हरिद्वार।गुरुकुल कांगड़ी (मानद विश्वविद्यालय), हरिद्वार के फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग...

More like this

गोविंदपुरा विधानसभा के बरखेड़ा पठानी मे पांच परिवारों के मकान ढहाए

भेल भोपाल।गोविंदपुरा विधानसभा के वार्ड 56 में बीते दिनों हुई भारी बारिश के बीच...

बीएचईएल सेवानिवृत्त सुपरवाइजर को साइबर धोखेबाजों ने लगाया 68 लाख का चूना

भोपाल।वर्षीय सेवानिवृत्त बीएचईएल सुपरवाइजर दो महीने तक चले "डिजिटल गिरफ्तारी" घोटाले का शिकार हो...

भोपाल नगर निगम को ‘घिनौनी’ लापरवाही के लिए नोटिस, हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर करने की धमकी

भोपाल।— मुख्यमंत्री आवास से कुछ ही मीटर की दूरी पर, प्रसिद्ध 'बड़ा तालाब' पर,...