भोपाल:
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने एक बड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने कटनी और दतिया जिले के SP को हटाने का आदेश दिया है। साथ ही चंबल रेंज के आईजी सुशांत सक्सेना और डीआईजी कुमार सौरभ को भी हटाने का निर्देश दिया है। यह कार्रवाई कटनी की CSP ख्याति मिश्रा के तहसीलदार पति के हंगामे के बाद हुई है। आरोप है कि पुलिस ने ख्याति मिश्रा के कहने पर उनके पति और परिवार के साथ मारपीट की।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस बारे में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी दी। उन्होंने लिखा है कि “कटनी के पुलिस अधीक्षक और दतिया के पुलिस अधीक्षक तथा आईजी, डीआईजी चंबल रेंज द्वारा ऐसा व्यवहार किया गया जो लोकसेवा में खेदजनक है। इस कारण इन्हें तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिये हैं।” इस कार्रवाई के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है।
वीडी शर्मा ने दिया धन्यवाद
सीएम की इस कार्रवाई पर प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने उनको धन्यवाद दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा है कि कटनी पुलिस अधीक्षक द्वारा लोकसेवा आदर्श आचरण का उल्लंघन घोर निंदनीय है। उनके दुर्व्यवहार पर कार्रवाई को लेकर सीएम मोहन यादव जी से बात हुई थी। मामले का संज्ञान लेते हुए पुलिस अधीक्षक को तत्काल प्रभाव से हटाने के लिए मैं मुख्यमंत्री जी का आभार व्यक्त करता हूं।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, कटनी में CSP रहीं ख्याति मिश्रा का पारिवारिक विवाद हुआ था। इस विवाद में कटनी पुलिस पर आरोप लगे थे। बताया जा रहा है कि ख्याति मिश्रा के कहने पर पुलिस ने उनके तहसीलदार पति शैलेंद्र बिहारी शर्मा और उनके परिवार के साथ मारपीट की। यह सब कटनी के वर्तमान SP अभिजीत रंजन के कहने पर हुआ।
कटनी मामला
कटनी में सीएसपी ख्याति मिश्रा का ट्रांसफर हाल ही में अमरपाटन एसडीओपी के रूप में हुआ था. वे शनिवार रात अपना सामान लेने कटनी स्थित सिविल लाइन आवास पहुंचीं, जहां परिवार के सदस्य मौजूद थे. तभी अचानक कोतवाली पुलिस पहुंची और सीएसपी के पति तहसीलदार शैलेन्द्र शर्मा के मुताबिक, परिजनों को जबरन घसीटते हुए महिला थाने ले जाया गया और रातभर मारपीट की गई.
दतिया मामला
वहीं, दतिया एयरपोर्ट के लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान पब्लिक के सामने ही एसपी, आईजी और डीआईजी चंबल रेंज के बीच तीखी बहस हो गई. यह घटना मुख्यमंत्री तक पहुंची, जिन्होंने इस पर कड़ा संज्ञान लेते हुए तीनों अफसरों को हटा दिया. यह कदम सीएम की प्रशासनिक अनुशासन और सुशासन के प्रति गंभीरता को दर्शाता है