30.8 C
London
Tuesday, July 1, 2025
Homeभेल मिर्च मसालाBHEL का ट्रेक्शन मोटर भगवान भरोसे, कारपोरेट को लेना होगा एक्शन

BHEL का ट्रेक्शन मोटर भगवान भरोसे, कारपोरेट को लेना होगा एक्शन

Published on

केसी दुबे

BHEL : भेल के चेयरमेन व भोपाल के मुखिया लगातार कोशिश कर रहे हैं कि कंपनी को कैसे आगे बढाएं। इस प्रयास में वह काफी हद तक वित्तीय वर्ष 2024—25 में कामयाब भी हुए। बेहतर परफार्मेंस के चलते कंपनी के लोगों में काफी खुशी की लहर देखी गई और अब 01 जनवरी 2027 को नए वेज रिवीजन को देखते हुए वित्तीय वर्ष 2025 में कंपनी को ओर आगे ले जाने की कोशिशों में लगे हैं।

ऐसे में भेल भोपाल यूनिट का एक ट्रेक्शन मोटर ब्लाक कंपनी को पीछे ले जाने में कोई कोर कसर बाकी नहीं रखे है। हाल यह है कि विभाग के संबंधित अफसर सब कामों को नजरअंदाज करते हुए यहां बनीं मोटरों की क्वालिटी बेहतर देने में सफल नहीं हो पा रहे हैं यही कारण है कि बडी तादाद में रेलवे जैसे बड़े कस्टमर की मोटरों की गुणवत्ता में बड़ी खामियां पाई जाने की शिकायतें मिलना शुरू हो गई हैं। चर्चा है कि मशीन टाइप 3302 मोटर रेलवे ने भेल को बडी संख्या में बनाने के लिए आर्डर दिया है, लेकिन विगत कुछ समय से विभाग इनकी ओर सुधार के बजाए मनमानी करने पर उतारू है।

विभाग में चर्चा है कि पहुंच वाले साहब के लिए शीर्ष प्रबंधन कुछ भी करने में असहाय नजर आ रहा है। बड़ी खबर यह है कि रेलवे ने जब दिल्ली कारपोरेट में यह शिकायत भेजी कि 3302 मोटर में ट्रायल के दौरान ही धुआं उठने लगा तब कारपोरेट प्रबंधन की नींद उड़ गई। आनन—फानन में प्रबंधन ने भोपाल यूनिट के ट्रेक्शन मोटर विभाग के एक आला अफसर को फरमान भेजा कि वे खुद सिकंदराबाद जाकर इस मामले को देखें। सवाल यह उठ रहा है कि एक अफसर भोपाल यूनिट में इंजीनियरिंग ट्रेनीज से लेकर बड़े आहदे पर तो पहुंच गए।

यह भी पढ़िए: जान लो जरुरी बात जून में लॉन्च होगा EPFO 3.0 जिससे ATM और UPI से गपागप निकलेगा PF का पैसा जानिए कैसे

एक ही जगह पर नौकरी करते करते साहब इतने पावर फुल हो गए कि जब उनका प्रमोशन के साथ ट्रांसफर हुआ तो उन्होंने सबको अगूंठा दिखाते हुए अपने पावर का इस्तेमाल कर अपना ट्रांसफर ही रुकवा लिया। इनके बारे में विभाग में इस बात की चर्चाएं जरूर हैं कि जब टीएमई यानि इंजीनियरिंग विभाग में आए तब से जाब की क्वालिटी गड़बड़ होना शुरू हो गई। वहीं आफलोड की प्रथा भी चरम पर पहुंच गई। ऐसे में मोटर में लगने वाले मटेरियल की क्या स्थिति होगी इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। रेलवे की सबसे ज्यादा डिमांड ट्रेक्शन मोटर में है। यही हाल रहेगा तो यह विभाग भगवान भरोसे ही चलेगा।  

Latest articles

बैतूल विधायक हेमंत खंडेलवाल बने भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष

भोपालबैतूल विधायक हेमंत खंडेलवाल बने भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष,बैतूल विधायक हेमंत विजय खंडेलवाल...

भेल में प्रशासनिक फेरबदल 

भेलभेल भोपाल यूनिट में प्रशासनिक फेरबदल किया गया है l विभागों में फेरबदल...

Fatty Liver Causes: फैटी लीवर से बचना है तो इन चीज़ों से करें परहेज़ हकीम सुलेमान ख़ान के ख़ास नुस्ख़े

Fatty Liver Causes: लिवर की बीमारियों के पीछे सबसे बड़ा कारण हमारी खराब लाइफस्टाइल...

More like this

बीएचईएल भोपाल एचआर में बिहार का जलवा कायम

मिर्च—मसालाकेसी दुबेबीएचईएल भोपाल एचआर में बिहार का जलवा कायम,भेल भोपाल यूनिट के मानव संसाधन...

भेल कर्मचारी नेताओं के अरमानों पर फिरा पानी

शनिवार को एक यूनियन के कोषाध्यक्ष ने सीडीएस 1975 एक्ट कॉरपोरेट के सर्कुलर को...