Monsoon 2025: भारत में इस समय मॉनसून 2025 का असर साफ़ दिख रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने पूरे देश में मौसम बिगड़ने की चेतावनी जारी की थी। इस साल मॉनसून तय समय से पहले आ गया है, और इसी के चलते कई राज्यों में भारी बारिश, तूफ़ान और बिजली गिरने की आशंका जताई गई थी। आइए जानते हैं, मॉनसून 2025 के दौरान किन राज्यों में बारिश हुई, कहाँ तूफ़ान का अलर्ट था, और आने वाले दिनों में मौसम का मिज़ाज कैसा रह सकता है।
Monsoon 2025 की ‘शुरुआत’ केरल में ‘जल्दी’ दस्तक
हर साल मॉनसून क़रीब 1 जून को शुरू होता है, लेकिन मॉनसून 2025 ने 24 मई को ही केरल में दस्तक दे दी थी। यह मॉनसून का समय से पहले आगमन था और इस बदलाव ने सभी मौसम विशेषज्ञों का ध्यान खींचा था। केरल में मॉनसून की शुरुआत के बाद, यह दक्षिण भारत के अन्य राज्यों की तरफ़ तेज़ी से आगे बढ़ रहा था। सामान्यतः मॉनसून 1 जून के आसपास केरल में प्रवेश करता है, लेकिन इस बार 8 दिन पहले आने से भारत में मौसम में अप्रत्याशित बदलाव देखे गए।
अन्य राज्यों पर ‘Monsoon 2025 का असर’ कहाँ-कहाँ बरसी बारिश
मॉनसून 2025 के अनुसार, मॉनसून का असर अब धीरे-धीरे दक्षिण भारत से उत्तर भारत की ओर फैल रहा था। अगले 2-3 दिनों में (मई के आख़िर में) इसके मध्य अरब सागर, गोवा, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु और पूर्वोत्तर राज्यों में फैलने की संभावना थी। इन राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती थी, जो किसानों के लिए फ़ायदेमंद हो सकती है, लेकिन कुछ जगहों पर बाढ़ जैसी स्थिति भी पैदा कर सकती थी। ख़ासकर, पश्चिमी तट पर केरल, कर्नाटक, तटीय महाराष्ट्र और तमिलनाडु में भारी बारिश की उम्मीद थी। इसके अलावा, गोवा, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश जैसे राज्य भी मॉनसून से प्रभावित हुए।
‘गरज-चमक और बारिश’ की ‘चेतावनी’ मध्य भारत का मौसम
मौसम विभाग के अनुसार, 25 से 30 मई के बीच केरल और कर्नाटक में गरज-चमक, बिजली गिरने और भारी बारिश की संभावना थी। इन इलाक़ों में हवा की रफ़्तार 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा रह सकती थी। वहीं, तमिलनाडु और पुडुचेरी में भी भारी बारिश की उम्मीद थी। अगले कुछ दिनों में आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में भी गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती थी, और हवा की रफ़्तार 50 से 70 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुँच सकती थी। लक्षद्वीप में भी मौसम ख़राब होने की आशंका थी, जहाँ तेज़ हवाएँ और बारिश की संभावना थी।
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पहाड़ी राज्यों और दिल्ली-NCR में ‘मौसम का मिज़ाज’
मॉनसून 2025 के तहत, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में गरज-चमक, बिजली और तेज़ हवाओं के साथ बारिश की संभावना थी। इन इलाक़ों में ओलावृष्टि की भी उम्मीद थी, जिससे किसानों को नुक़सान हो सकता था। जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, पंजाब, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में भी तेज़ हवाओं और बारिश का अलर्ट जारी किया गया था। दिल्ली और NCR में भी मॉनसून 2025 का असर देखा जा सकता था। दिल्ली में आंशिक रूप से बादल छाए रहने और गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना थी। यहाँ हवाएँ 30 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से चल सकती थीं, जिससे शहर में गर्मी से राहत मिली होगी।
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अस्वीकरण (Disclaimer):यह लेख मॉनसून 2025 के शुरुआती चरणों (मई के अंतिम सप्ताह और जून के शुरुआती दिनों) के दौरान के मौसम पूर्वानुमानों और रिपोर्टों पर आधारित है। मौसम की स्थिति लगातार बदलती रहती है। सबसे सटीक और नवीनतम जानकारी के लिए, कृपया भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की आधिकारिक वेबसाइट और बुलेटिन पर ही भरोसा करें। किसी भी यात्रा या योजना बनाने से पहले स्थानीय मौसम की जानकारी ज़रूर जाँच लें।
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