Baba Ramdev Health Tips: आजकल शुगर (मधुमेह) की समस्या आम हो गई है. युवा, बुज़ुर्ग और बच्चे सभी इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं. एक बार कोई इस बीमारी का शिकार हो जाए तो इससे छुटकारा पाना मुश्किल हो जाता है. मधुमेह रक्त शर्करा (ब्लड शुगर) बढ़ने के कारण होती है, जिसे एक गंभीर समस्या माना जाता है.
इस बीमारी को नज़रअंदाज़ करने से यह बढ़ सकती है और दूसरी बीमारियों को न्योता दे सकती है. हालांकि, कुछ लोगों को अपने शुगर लेवल को नियंत्रित करने के लिए नियमित रूप से दवा लेनी पड़ती है, जो सही नहीं है. दवाइयाँ हमारे शरीर को अंदर से खोखला कर सकती हैं. बाबा रामदेव बताते हैं कि कैसे बिना दवा के भी शुगर को नियंत्रित किया जा सकता है.
क्या हैं मधुमेह के मुख्य लक्षण इन्हें पहचानना है ज़रूरी
- बार-बार पेशाब आना.
- दिन में कई बार भूख लगना.
- अचानक वज़न घटना और थकान महसूस होना.
- बार-बार प्यास लगना.
- धुँधला दिखना (Blurred vision).
अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
शुगर को कैसे करें प्रबंधित? बाबा रामदेव के दो अचूक योगासन
स्वामी रामदेव, जो हमेशा घरेलू उपचारों से बीमारियों का इलाज बताते हैं, ने शुगर को नियंत्रित करने के लिए दो योगासन करने की सलाह दी है:
1. मंडूकासन (Mandukasana)
बाबा रामदेव ने बताया कि यह योगासन पेट के लिए बहुत फ़ायदेमंद है, जैसे कि पाचन में सुधार करता है और चर्बी घटाने में भी सहायक है. मंडूकासन, जिसे फ्रॉग पोज़ भी कहा जाता है, मधुमेह रोगियों के लिए एक लाभदायक योगासन है. इसे करने के लिए आपको वज्रासन में बैठकर अपनी मुट्ठी बंद करनी होती है. यह आसन अग्नाशय (Pancreas) को सक्रिय करने में मदद करता है, जिससे इंसुलिन उत्पादन बेहतर हो सकता है.
2. पवनमुक्तासन (Pawanmuktasana)
बाबा रामदेव के अनुसार, पवनमुक्तासन करने से पेट की समस्याएँ दूर होती हैं. यदि किसी को गैस, पाचन संबंधी समस्याएँ और कब्ज़ की शिकायत है, तो उसे यह योगासन करने से बहुत फ़ायदा मिलता है. इस आसन को करने से शरीर रक्त शर्करा के स्तर को भी नियंत्रित कर सकता है. यह इंसुलिन प्रतिरोध (Insulin Resistance) को भी कम करने में मदद करता है.
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शुगर के लिए आयुर्वेदिक दवा प्रकृति का सहारा
बाबा रामदेव ने कहा है कि शुगर की बीमारी के लिए सिर्फ़ गोलियों पर निर्भर न रहें. आप अपने रोज़मर्रा के आहार में कुछ आयुर्वेदिक उत्पाद शामिल कर सकते हैं. एलोवेरा, आँवला और गिलोय जैसी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ मधुमेह को रोकने में बहुत फ़ायदेमंद हो सकती हैं. अगर आप चाहें तो इन सभी चीज़ों को मिलाकर एक जूस भी बना सकते हैं और उसका सेवन कर सकते हैं. ये प्राकृतिक उपचार आपके शरीर को अंदर से मज़बूत बनाते हैं और शुगर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं.
डिस्क्लेमर: यहाँ दी गई जानकारी सिर्फ़ सामान्य सलाह और बाबा रामदेव के विचारों पर आधारित है. यह किसी भी तरह से चिकित्सकीय सलाह का विकल्प नहीं है. मधुमेह जैसी गंभीर बीमारी के लिए कोई भी उपचार शुरू करने से पहले हमेशा किसी योग्य डॉक्टर या स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श करें.