केसी दुबे, भोपाल
बीएचईएल के ब्रेड बटर यानि ट्रेक्शन मोटर भगवान भरोसे,भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड भेल भोपाल कारखाने का कभी ब्रेड बटर माने जाने वाला डिपार्टमेंट ट्रेक्शन मोटर अब भगवान भरोसे है। यह कहा जाता है कि ट्रेक्शन यह अकेला विभाग भेल कर्मियों के वेतन बांटने के लिए काफी था। आज स्थिति यह हो गई है कि इस डिपार्टमेंट को फेल्योर डिपार्टमेंट कहने से कोई नहीं चूक रहा है। चर्चा है कि इस विभाग को कुछ ऐसी नजर लग गई है कि यहां के न तो आला अफसर ध्यान दे रहे हैं न ही विभाग के मुखिया।
इसके चलते लगातार मोटर गियर केस के मामले सामने आते जा रहे हैं। ऐसे में इस विभाग को कैसे नई पीढी को सौपेंगे इस पर कोई विचार करने तैयार नहीं। यदि एक अफसर का पावर जरूरत से ज्यादा हो कर्मचारी परेशान हों साफ जाहिर है कि यह विभाग भगवान भरोसे ही चल रहा है। पहले ही दो अफसरों को विभाग की कार्यप्रणाली को देखते हुए भेल को अलविदा कहना पडा और अब जब प्रमोशन की बारी आई तो बेहतर काम करने वाले अफसर को तो प्रमोशन से बाहर करवा दिया और जूनियर को प्रमोशन दे डाला।
इसकी अनुशंसा भी बडे अफसरों ने कर डाली। परेशान हाल एक वरिष्ठ प्रबंधक ने प्रमोशन में भेदभाव का आरोप लगाते हुए अपने वरिष्ठ अधिकारी को एक शिकायती पत्र भी भेजा है। विभाग में चर्चा है कि ट्रेक्शन विभाग के सेल्स एवं सर्विसेज में कार्यरत उक्त वरिष्ठ प्रबंधक ने 16 साल यूनिट से बाहर रहकर काम किया और जब पिछले साल वापस भोपाल आए मोटरों के फेल्योर को समेटने का काम भी अकेले ही कर डाला।
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क्योंकि मोटरों के फेल्योर रेलवे साइडों में लगातार होते जा रहे हैं। उनका यह भी आरोप है कि एक अपर महाप्रबंधक के खास के चलते कामों में परेशानियां आ रही हैं। अब वह फ़िर से इस विभाग से बाहर तबादला करने की मांग भी कर रहे हैं। इस बात की चर्चा भी विभाग में होने लगी है कि क्या नई पीढी को यह डिपार्टमेंट कैसा सौंपकर जाएंगे या साहब की ऊँची पहुंच से काम चलता रहेगा।