भेल भोपाल
पारंपरिक संस्कृति एवं जनजातीय विरासत को संरक्षण एवं संवर्धन के उद्देश्य से मनाया हरेली महोत्सव
,मातृशक्ति ट्राइबल फाउंडेशन द्वारा पारंपरिक संस्कृति एवं जनजातीय विरासत को संरक्षण एवं संवर्धन के उद्देश्य से हरेली महोत्सव का आयोजन किया गया। यह आयोजन ग्राम्य संस्कृति, कृषि परंपराओं तथा पर्यावरण संरक्षण को समर्पित एक विशेष पर्व है।
महोत्सव के अंतर्गत पारंपरिक वाद्ययंत्रों की धुन, लोकगीत, नृत्य, पारंपरिक व्यंजनों का स्वाद तथा मातृशक्तियों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ हुई साथ ही,वृक्षारोपण कर पर्यावरण एवं जैव विविधता के संरक्षण पर केंद्रित संवाद और जागरूकता के कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। हरेली पर्व से सम्बंधित क्विज आयोजित किया गया,जिसमें सभी मातृशक्तियों ने बड़े उत्साह से भागीदारी देते हुए क्विज का आनंद लिया। “इस आयोजन का उद्देश्य आने वाली पीढ़ियों को अपनी जड़ों से जोड़ना और हरियाली व प्रकृति के प्रति प्रेम को पुनर्जीवित करना है।”
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मातृ शक्तियों ने गोंडवाना मातृशक्ति ट्राइबल फाउंडेशन संस्था के तत्वाधान में आयोजित कार्यक्रम में सहभागी बनकर परंपरा, प्रकृति एवं संस्कृति के इस उत्सव को सफल बनाया। हरियाली महोत्सव में विशिष्टअतिथि के रूप में श्रीमती चंद्रा सरवटे जी अध्यक्ष (आदिवासी सेवा मंडल महिला प्रभाग ), मीना भलावी (सहायक मत्स्य अधिकारी),रुक्मणि चंद्रा (वरिष्ठ एवं सक्रीय सदस्य छत्तीसगढ़ सांस्कृतिक मंडल) एवं गोंडवाना मातृशक्ति ट्राइबल फाउंडेशन भेल भोपाल की अध्यक्ष सुजाता कुंजाम,उपाध्यक्ष लिखेश्वरी सिदार,सचिव उर्मिला नेटी,कोषाध्यक्ष कंचन मरकाम,उपकोषाध्यक्ष सविता मरावी,कार्यालय सचिव पिंकी मरावी, सांस्कृतिक सचिव निशा ताराम एवं समस्त मातृशक्तियां-पार्वती जी, रमा जी,गायत्री जी, शशि जी, जी,विभा जी,कमला जी,उमा जी,समीना जी, हीरा जी,सुशीला जी,संध्या जी,रेखा जी, स्वर्णा जी,संतोषी जी समस्त ने सहभागी बनकर परंपरा, प्रकृति एवं संस्कृति के उत्सव को सफल बनाया।