भोपाल में बढ़ते ट्रैफिक और खराब हो चुकी लो-फ्लोर बस सेवा के बीच, एक अच्छी खबर सामने आई है, जिससे आम लोगों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है. भोपाल शहर को 195 नई ई-बसों की सौगात मिलने वाली है, जिससे लोगों का सफर आसान हो जाएगा. सोमवार को भोपाल में एक बड़ी बैठक हुई, जिसमें ‘प्रधानमंत्री ई-बस सेवा योजना’ पर सबसे ज्यादा चर्चा हुई. इसके बाद शहर में नई इलेक्ट्रिक बसों के संचालन पर सहमति बन गई है. बताया जा रहा है कि नई ई-बसों को दो चरणों में चलाया जाएगा, ताकि शहर में यात्रियों को आने-जाने में सुविधा मिल सके.
भोपाल में बदहाल लो-फ्लोर बस सेवा
एक समय में भोपाल के लोगों की लाइफलाइन मानी जाने वाली लो-फ्लोर बस सेवा अब पूरी तरह से बदहाल हो चुकी है. कभी 24 रूटों पर 368 बसें चलती थीं, लेकिन आज केवल 4 रूटों पर 40 से 60 बसें ही चल रही हैं. ऐसे में 25 लाख से अधिक आबादी वाले भोपाल जैसे शहर में इतनी बसें अब अपर्याप्त साबित हो रही हैं. नागरिकों की मानें तो स्थिति ऐसी हो गई है कि प्रति 25,000 नागरिकों पर केवल एक बस उपलब्ध है. ज्यादातर लो-फ्लोर बसें या तो बंद पड़ी हैं या पूरी तरह से खराब हो चुकी हैं, जिस कारण उनका संचालन नहीं हो रहा है. यही वजह है कि शहर में नई ई-बसों के संचालन की प्रक्रिया बनाई जा रही है.
6 महीने में शुरू होगा संचालन
सोमवार को हुई समीक्षा बैठक में पूरा ध्यान प्रधानमंत्री ई-बस सेवा योजना पर था. इसमें यह निर्णय लिया गया कि अगले छह महीनों में भोपाल में ई-बसों के संचालन के लिए जरूरी ढांचा तैयार किया जाएगा. इसके बाद कुल 195 इलेक्ट्रिक बसें दो चरणों में चलाई जाएंगी. भोपाल सिटी लिंक लिमिटेड ने भी माना है कि अधिकारियों की मिलीभगत और लापरवाही से बस सेवा बदहाल हुई है.
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हालांकि, नई ई-बसों का संचालन अगले 6 महीनों में शुरू हो सकता है, लेकिन फिलहाल लो-फ्लोर बसों की खराब स्थिति से आम लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है. उम्मीद है कि जल्द ही मेट्रो सुविधा भी शुरू हो जाएगी, लेकिन जब तक सभी विकल्प शुरू नहीं हो जाते, यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.