भेल भोपाल।
जिला पंचायत शिक्षा समिति की बैठक में उठे कई अहम मुदृदे, छात्रावास में बच्चों को भोजन नहीं मिलने, चहेतों को ठेके मिलने की बात उठी,जिला पंचायत शिक्षा समिति की बैठक में छात्रावास में बच्चों को नहीं मिल रहा खाना। शिक्षा विभाग का इंजीनियर अपने चाहतों को दिलाता है स्कूलों का ठेका, जनप्रतिनिधियों से करता है दारू पीकर करता है बात, जैसे मुद्दे छाए रहे। भोपाल जिला पंचायत सभा कक्ष में जिला पंचायत भोपाल स्थाई शिक्षा समिति की बैठक मोहन सिंह जाट उपाध्यक्ष एवं सभापति शिक्षा समिति की अध्यक्षता में आयोजित हुई।
बैठक के सचिव जिला शिक्षा अधिकारी भोपाल नरेंद्र कुमार अहिरवार ने बैठक का एजेंडा रखते हुए अध्यक्ष की अनुमति से बिंदुवार चर्चा करते हुए बैठक शुरू की। सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में स्कूल भवन मरम्मत कार्य के लिए राशि दी जाती है उसका सही उपयोग ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में नहीं हो रहा है, इसका मुद्दा सदस्य विनय सिंह मेहर ने उठाते हुए कहा कि शिक्षा विभाग के इंजीनियर नरेश भक्तानी के द्वारा अपने चाहते ठेकेदारों को ठेका दिलाए जाते हैं और स्कूलों में सही गुणवत्ता के साथ निर्माण कार्य नहीं हो रहे हैं जब हम इंजीनियर से बात करते हैं तो वहां फोन नहीं उठाते हैं और उठाते भी हैं तो दारू के नशे में हमसे बात करते हैं।
यह एक गंभीर समस्या है बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है सरकार की राशि का दुरुपयोग हो रहा है ऐसे इंजीनियरों को राजधानी भोपाल ग्रामीण क्षेत्र में रहने का अधिकार नहीं है इनको तत्काल हटाने की मांग करता हूं इसकी शिकायत में कलेक्टर मंत्री एवं मुख्यमंत्री से भी करूंगा।
उपाध्यक्ष जिला पंचायत भोपाल एवं सभापति शिक्षा समिति मोहन सिंह जाट ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस बालक छात्रावास हटाई खेड़ा में बच्चों को अच्छी गुणवत्ता का भोजन नहीं मिल रहा है इसका मुद्दा उठाते हुए बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी एवं प्रभारी जिला परियोजना संबंधित द्वारा 26 जून 2025 को शाम 7:00 बजे नेताजी सुभाष चंद्र बोस बालक छात्रावास हथाईखेड़ा का आकाश में एक निरीक्षण किया निरीक्षण के दौरान छात्रावास में चौकीदार अंकित विश्वकर्मा एवं कक्षा 2 के छात्र सतीश एवं छात्र वीरेश उपस्थित पाए गए।
उक्त तिथि में गोरेलाल व्रत एवं पिंकी बाई सफाई कर्मचारी अनुपस्थित थे। छात्रावास में मीन यू के अनुसार बच्चों के लिए भोजन नहीं बना होना पाया गया नेताजी सुभाष चंद्र बोस बालक छात्रावास हथाईखेड़ा 100 मीटर है, किंतु निरीक्षण के दौरान मात्र दो छात्र उपस्थित होना पाया गया। छात्रावास के बच्चों ने बताया कि अंकित भैया दारू पी के आते हैं और मरते हैं खेलने नहीं देते हैं बच्चों से काम करवाते हैं। खाना बनाने वाली बाई राशन घर ले जाती है आदि शिकायतें सही पाई गई। इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए मोहन जाट ने कार्रवाई की मांग जिला शिक्षा अधिकारी से की।
यह भी पढ़िए: 10 लाख के 35 मोबाइल बरामद
उपाध्यक्ष मोहन सिंह जाट ने इस गंभीर समस्या को भोपाल कलेक्टर तक शिकायत करने की मांग बैठक में की। उपाध्यक्ष मोहन सिंह जाट ने ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में समय पर शिक्षक स्कूल जाने एवं अच्छी शिक्षा बच्चों को देने के लिए शिक्षा को को जिला पंचायत द्वारा सम्मानित किया जाएगा इसका भी बैठक में प्रस्ताव पास किया सभी सदस्यों ने इसका समर्थन किया। भोपाल जिला पंचायत में पहली बार इतनी बड़ी शिक्षा समिति की बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक में उपाध्यक्ष एवं सभापति मोहन सिंह जाट, सदस्य विनय सिंह मेहर, विक्रम बालेश्वर, सदस्य प्रतिनिधि विनोद राजोरिया, सुरेश राजपूत, अनिल हाडा, मिश्रीलाल मालवीय, जिला शिक्षा अधिकारी, डीपीसी, चारों बीआरसी, हाई स्कूल हायर सेकेंडरी के प्राचार्य, माध्यमिक शाला के प्रभारी, जन शिक्षक बीएसी आदि उपस्थित थे।