भेल भोपाल।
समबलपुरी परिवार सोशीओ कल्चरल सोसाइटी भोपाल के तत्वावधान में पश्चिमी ओडिशा की जीवंत परंपराओं से जीवंत ‘नुआखाई भेटघाट’ उत्सव का आयोजन रविवार 21 सितंबर को पिपलानी स्थित भेल सांस्कृतिक भवन में होगा। यह आयोजन संगीत, नृत्य और स्वादिष्ट पारंपरिक व्यंजनों के एक शानदार दिन का वादा करता है, जो नई फसल और क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का जश्न मनाएगा।
इस उत्सव का मुख्य आकर्षण इसके मनमोहक प्रदर्शन हैं। सुंदरगढ़, ओड़ीशा का प्रसिद्ध संगीत दल, सरस्वती कला केंद्र, अपनी भावपूर्ण धुनों के साथ मंच पर मुख्य आकर्षण होगा। उनका प्रदर्शन निश्चित रूप से उत्सव में एक प्रामाणिक स्पर्श जोड़ देगा। इसके अलावा, लगभग 50 प्रतिभाशाली कलाकार संबलपुरी और आदिवासी लोक नृत्यों की एक श्रृंखला प्रस्तुत करेंगे, जिनमें लोकप्रिय दलखाई और रसरकेली नृत्य शामिल हैं, जो पश्चिमी ओडिशा की ऊर्जावान और लयबद्ध परंपराओं का प्रदर्शन करेंगे।
लेकिन ‘नुआखाई भेटघाट’ केवल एक प्रदर्शन से कहीं बढ़कर है। यह इंद्रियों के लिए एक सच्चा भोज है। पारंपरिक ओडिया व्यंजनों की एक विस्तृत विविधता उपलब्ध होगी, जो इस क्षेत्र के अनूठे स्वादों और व्यंजनों का स्वाद प्रदान करेगी जो एक संपूर्ण सांस्कृतिक अनुभव प्रदान करेंगे। इस कार्यक्रम मे सामाजिक उत्थान, सेवा, साहित्य व सांस्कृतिक गतिविधियों मे महत्वपूर्ण योगदान देनेवाले व्यक्तियों को सम्मानित किया जाएगा।
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नुआखाई, एक महत्वपूर्ण कृषि उत्सव, पारिवारिक पुनर्मिलन और सामाजिक सद्भाव का समय है। इस आयोजन का ‘भेटघाट’ भाग भोपाल में रहने वाले पश्चिमी ओडिशा के लोगों के लिए अपनी जड़ों से जुड़ने का एक विशेष अवसर है। यह शहर के अन्य लोगों के लिए इस समृद्ध संस्कृति की जीवंत परंपराओं का अनुभव करने और उनकी सराहना करने के लिए एक अद्भुत मंच के रूप में भी कार्य करता है।