भोपाल ।
रायसेन रोड सज्जन सिंह पटेल नगर स्थित एनआरआई लक्ष्मी पद्मावती वेंकटेश बालाजी हनुमान एवं गरुण मंदिर में आयोजित किए जा रहे चार दिवसीय ब्रह्मेउत्सव का आज समापन किया गया। सुबह से ही मंदिर में भक्तों के बीच बड़ा उत्साह था। सुबह बालाजी भगवान को प्रार्थना आराधना से जगाया गया। मंदिर के संरक्षक सुबोध सिंह एवं जयश्री सिंह ने भगवान बालाजी को मंदिर प्रांगण मे बने तालाब मे पुष्करिणी स्थान कराया। इसे बहुत पवित्र अनुष्ठान माना जाता है । बालाजी महाराज का मनमोहक श्रंगार किया गया। यज्ञशाला में सुदर्शन हवन व शांति पाठ का आयोजन किया गया। आज यज्ञशाला के सभी चार द्वारों पर बलिदान किया गया। अग्निशांति के लिए चार दिनों से चली आ रही हवन पूजा मे महापूर्णाहुति दी गई। बालाजी महाराज पालकी में सवार होकर मंदिर में परिक्रमा के लिए निकले।
चार दिन से चले आ रहे इस ब्रह्मेउत्सव के प्रधान कलश को 108 कलश के साथ रखा गया। भगवान बालाजी का 108 कलश से अभिषेक किया गया। इन कलशो में दूध दही मक्खन शकर शहद व घी से बालाजी का अभिषेक किया गया। हवन मे रखे प्रधान कलश को भी तिरुपती बालाजी को समर्पित किया गया। आज पूजा के क्रार्यक्रम मे माननिय मेयर भोपाल मालती राय जी उपस्थित रही। ब्रह्मोत्सव के अंतिम दिन ऋषियों और देवताओं को देवलोक में विदा करने की रस्म की गई जिसे देवतोद्वासनाम कहा जाता है। उत्सव के आयोजन के लिए भगवान ब्रह्मा की प्रशंसा की गई और ब्रह्मोउत्सव के प्रथम दिन लगाए गए भगवान गरुण के ध्वज को आज समापन के उपलक्ष्य पर उतार लिया गया।

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बाद मे पुष्पांजली व तीर्थ प्रसाद वितरण किया गया। पूजा के संपूर्ण प्रोग्राम को दक्षिण भारतीय पद्धति से करवाया गया। पुजा का कार्यक्र्रम श्री श्री श्री त्रिदण्डी श्रीमन्नारायन रामानुज चिनर जियर स्वामीजी के शिष्यगण हैदराबाद निवासी, श्रीमान श्री अभिनय आचार्यजी व श्रीघर आचार्य के सान्निध्य में कराया गया। मंदिर प्रांगण में इस भव्य पुजा के माध्यम से चारो दिन धार्मिक सुगंध का माहोल बना रहा। मंदिर के संरक्षक सुबोध सिंह एवं जयश्री सिंह ने सभी भक्तजनों का पूजा में सम्मिलित होने के लिए आभार व्यक्त किया।

