Bihar Election Result: बिहार विधानसभा चुनाव के परिणामों में मुंगेर जिले की बहुचर्चित तारापुर विधानसभा सीट से उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने एकतरफा जीत हासिल की है. उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के उम्मीदवार अरुण साह को विशाल अंतर से हराया. उनकी यह शानदार जीत भारतीय जनता पार्टी (BJP) के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है, जो बिहार की राजनीति में उनके बढ़ते कद को स्थापित करती है.
(प्राप्त जानकारी के अनुसार, सम्राट चौधरी ने लगभग 38,830 वोटों के अंतर से जीत हासिल की है, जो लेख में उल्लिखित 45,000 वोटों से कम है, लेकिन फिर भी एक बड़ी जीत है.)
शुरुआती राउंड से ही बड़ी बढ़त

तारापुर सीट पर वोटों की गिनती शुरू होते ही उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने अपनी बढ़त बना ली थी.
- वोटों का अंतर: शुरुआती दौर से ही सम्राट चौधरी लगातार आगे रहे और यह बढ़त अंतिम राउंड तक बढ़ती चली गई.
- जीत का श्रेय: उनकी जीत का श्रेय उनके अथक परिश्रम और राजनीतिक दाँव-पेंच के साथ-साथ ‘मोदी मैजिक’ को भी दिया जा रहा है.
तारापुर सीट का पारिवारिक दबदबा
तारापुर सीट का राजनीतिक इतिहास सम्राट चौधरी के परिवार से गहराई से जुड़ा हुआ है, जिससे इस सीट का महत्व और बढ़ जाता है.
- पिता का रिकॉर्ड: सम्राट चौधरी के पिता शकुनी चौधरी इस सीट से सबसे ज़्यादा छह बार विधायक रह चुके हैं.
- विरासत: इस सीट पर उनके परिवार की पारंपरिक पकड़ और सम्राट चौधरी की व्यक्तिगत पहचान ने इस जीत में अहम भूमिका निभाई है.
जातिगत समीकरण में लगाई सेंध
तारापुर की राजनीति हमेशा से स्थानीय मुद्दों से ज़्यादा जातिगत समीकरणों पर आधारित रही है, लेकिन सम्राट चौधरी ने इस बार सभी वर्गों के वोटरों में पैठ बनाने में सफलता हासिल की.
- निर्णायक जातियाँ: यहाँ कुशवाहा समुदाय और यादव मतदाताओं की अच्छी संख्या है, साथ ही वैश्य और राजपूत मतदाता भी परिणाम को प्रभावित करते हैं.
- सम्राट की रणनीति: माना जाता है कि सम्राट चौधरी ने सभी वर्गों के वोटरों को अपने पाले में लाकर इस जीत को आसान बनाया.
लंबा राजनीतिक सफर और संघर्ष
शकुनी चौधरी के राजनीतिक वारिस सम्राट चौधरी का सक्रिय राजनीति में प्रवेश 1990 में हुआ था और उनका सफर संघर्षों से भरा रहा है.
- मंत्री पद: वह 1999 में राबड़ी देवी की सरकार में कृषि मंत्री बने. बाद में 2014 में वह शहरी विकास मंत्री भी बने.
- दलबदल: उन्होंने 2018 में राष्ट्रीय जनता दल छोड़कर बीजेपी का दामन थामा और NDA सरकार में पंचायती राज मंत्री बने थे. वर्तमान में वह बिहार के उपमुख्यमंत्री हैं.
पिछले चुनाव का रोचक परिणाम
तारापुर सीट पर पिछले कुछ चुनाव काफी रोचक रहे हैं, जिससे इस बार के मुकाबले पर सबकी निगाहें थीं.
- 2020 परिणाम: 2020 में JDU के मेवालाल चौधरी ने RJD की दिव्या प्रकाश को हराया था.
- 2021 उपचुनाव: मेवालाल चौधरी के निधन के बाद 2021 के उपचुनाव में JDU के राजीव सिंह ने RJD के अरुण साह को करीबी मुकाबले में हराया था. इस बार सम्राट चौधरी ने उसी अरुण साह को विशाल अंतर से हराया.

