भोपाल
मध्यप्रदेश विधानसभा में सीहोरा वन परिक्षेत्र में स्थित महेंद्र गोयनका के निसर्ग इस्पात प्राइवेट लिमिटेड के परिसर में हुए वन्यजीव शिकार प्रकरण का मुद्दा गूंजा। विधायक शैलेश जैन के अतारांकित प्रश्न के उत्तर में वन मंत्री दिलीप अहिरवार ने बताया कि जंगली सुअर के शिकार मामले में चार मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है, जबकि तेंदर के शिकार मामले में अभी भी अज्ञात आरोपियों की तलाश जारी है। मंत्री के इस जवाब के बाद भी कई सवाल रह गए हैं। ऐसा इसलिए कि तेंदुए का शिकार भी किया गया था, लेकिन उसके प्रकरण के आरोपियों की गिरफ्तारी अब तक नहीं हुई है तत्कालीन परिक्षेत्र सहायक, बीट प्रभारी और सरां बीट प्रभारी को निलंबित किया गया था।
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उनकी विभागीय जांच जारी है। मंत्री दोषियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया है, लेकिन जांच कब तक पूरी होगी, इसका जवाब नहीं मिला है। कंपनी परिसर में शिकार पर चुप्पीः शिकार निसर्ग इस्पात प्राइवेट लिमिटेड के परिसर में हुआ था, लेकिन कंपनी की भूमिका, सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी और कंपनी प्रबंधन पर संभावित कार्रवाई जैसे महत्वपूर्ण सवालों पर कोई जवाब नहीं दिया गया। सितंबर से नवंबर 2025 के बीच मिली दो प्रमुख घटनाओं पर मंत्री ने केवल संक्षिप्त जानकारी दी।
