प्रयागराज।
राष्ट्रीय कल्चुरी कवि परिषद, प्रयागराज द्वारा मुट्ठीगंज स्थित जायसवाल धर्मशाला में विराट कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। वरिष्ठ समाजसेवी एडवोकेट टी.एन. जायसवाल एवं जयप्रकाश जायसवाल के दिशा-निर्देशन में आयोजित इस कार्यक्रम में देशभर से आए कवियों व साहित्यकारों ने अपनी रचनाओं से समां बाँध दिया। कार्यक्रम में बीएचईएल भोपाल के सेवा-निवृत्त अधिकारी एवं प्रसिद्ध कवि सुरेश सोनपुरे “अजनबी” को परिषद द्वारा “साहित्य रत्न–2025” सम्मान से सम्मानित किया गया। उन्होंने सामाजिक विषमताओं पर आधारित अपनी प्रभावशाली ग़ज़ल से
“ऊँची इमारतों में सबेरा ही सबेरा है,
मिट्टी के मकानों में अंधेरा ही अंधेरा है”
से श्रोताओं की खूब वाहवाही लूटी।
कार्यक्रम में डॉ. अर्चना जायसवाल, राकेश राय, किशोर राय, राजेश राय, सुशील शिवहरे, अरविंद जायसवाल (इंदौर), विष्णुनाथ कलवार (मुंबई) सहित अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। वरिष्ठ कवि वृन्दावन राय “सरल”, ओंकार दास वैष्णव, सुरेश जायसवाल “अहम”, राजेश रुद्राक्ष, सुन्दर जायसवाल, राजेश प्रतापगढ़ी, डॉ. रंजीता “समृद्धि” और शुभम अग्रहरि ने भी अपनी कविताओं और ग़ज़लों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। युवा कवि सुजीत जायसवाल ने रोचक संचालन किया। प्रयागराज की इस साहित्यिक संध्या की सभी उपस्थित साहित्यप्रेमियों ने सराहना की।
