13.4 C
London
Thursday, October 30, 2025
Homeभेल मिर्च मसालाBHEL का ट्रेक्शन मोटर भगवान भरोसे, कारपोरेट को लेना होगा एक्शन

BHEL का ट्रेक्शन मोटर भगवान भरोसे, कारपोरेट को लेना होगा एक्शन

Published on

केसी दुबे

BHEL : भेल के चेयरमेन व भोपाल के मुखिया लगातार कोशिश कर रहे हैं कि कंपनी को कैसे आगे बढाएं। इस प्रयास में वह काफी हद तक वित्तीय वर्ष 2024—25 में कामयाब भी हुए। बेहतर परफार्मेंस के चलते कंपनी के लोगों में काफी खुशी की लहर देखी गई और अब 01 जनवरी 2027 को नए वेज रिवीजन को देखते हुए वित्तीय वर्ष 2025 में कंपनी को ओर आगे ले जाने की कोशिशों में लगे हैं।

ऐसे में भेल भोपाल यूनिट का एक ट्रेक्शन मोटर ब्लाक कंपनी को पीछे ले जाने में कोई कोर कसर बाकी नहीं रखे है। हाल यह है कि विभाग के संबंधित अफसर सब कामों को नजरअंदाज करते हुए यहां बनीं मोटरों की क्वालिटी बेहतर देने में सफल नहीं हो पा रहे हैं यही कारण है कि बडी तादाद में रेलवे जैसे बड़े कस्टमर की मोटरों की गुणवत्ता में बड़ी खामियां पाई जाने की शिकायतें मिलना शुरू हो गई हैं। चर्चा है कि मशीन टाइप 3302 मोटर रेलवे ने भेल को बडी संख्या में बनाने के लिए आर्डर दिया है, लेकिन विगत कुछ समय से विभाग इनकी ओर सुधार के बजाए मनमानी करने पर उतारू है।

विभाग में चर्चा है कि पहुंच वाले साहब के लिए शीर्ष प्रबंधन कुछ भी करने में असहाय नजर आ रहा है। बड़ी खबर यह है कि रेलवे ने जब दिल्ली कारपोरेट में यह शिकायत भेजी कि 3302 मोटर में ट्रायल के दौरान ही धुआं उठने लगा तब कारपोरेट प्रबंधन की नींद उड़ गई। आनन—फानन में प्रबंधन ने भोपाल यूनिट के ट्रेक्शन मोटर विभाग के एक आला अफसर को फरमान भेजा कि वे खुद सिकंदराबाद जाकर इस मामले को देखें। सवाल यह उठ रहा है कि एक अफसर भोपाल यूनिट में इंजीनियरिंग ट्रेनीज से लेकर बड़े आहदे पर तो पहुंच गए।

यह भी पढ़िए: जान लो जरुरी बात जून में लॉन्च होगा EPFO 3.0 जिससे ATM और UPI से गपागप निकलेगा PF का पैसा जानिए कैसे

एक ही जगह पर नौकरी करते करते साहब इतने पावर फुल हो गए कि जब उनका प्रमोशन के साथ ट्रांसफर हुआ तो उन्होंने सबको अगूंठा दिखाते हुए अपने पावर का इस्तेमाल कर अपना ट्रांसफर ही रुकवा लिया। इनके बारे में विभाग में इस बात की चर्चाएं जरूर हैं कि जब टीएमई यानि इंजीनियरिंग विभाग में आए तब से जाब की क्वालिटी गड़बड़ होना शुरू हो गई। वहीं आफलोड की प्रथा भी चरम पर पहुंच गई। ऐसे में मोटर में लगने वाले मटेरियल की क्या स्थिति होगी इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। रेलवे की सबसे ज्यादा डिमांड ट्रेक्शन मोटर में है। यही हाल रहेगा तो यह विभाग भगवान भरोसे ही चलेगा।  

Latest articles

Pancreatic Cancer Causes: पैंक्रियाटिक कैंसर कैसे होता है? डॉक्टर ने बताए 5 सबसे आम शुरुआती लक्षण, इन्हें न करें अनदेखा!

Pancreatic Cancer Causes: गुर्दे के पास छोटी आँत (Small Intestine) के नज़दीक स्थित पैंक्रियास...

Elon Musk का भारत के लिए बड़ा प्लान: स्टारलिंक लाएगा सैटेलाइट इंटरनेट! कब होगी लॉन्चिंग और क्या होंगे ‘देसी’ फायदे?

टेक्नोलॉजी की दुनिया के बादशाह एलन मस्क (Elon Musk) भारत के इंटरनेट यूज़र्स को...

पहले ही दिन गोवा, दिल्ली और हैदराबाद की फ्लाइट्स हुईं फुल

भोपाल ।सतना/हवाई पट्टी नगर। विंटर सीजन की शुरुआत के साथ ही सतना एयरपोर्ट से...

खजुराहो से दिल्ली और बनारस के लिए इंडिगो की सीधी फ्लाइट शुरू

भोपाल ।अब खजुराहो से दिल्ली और बनारस के लिए सीधी हवाई सेवा शुरू हो...

More like this

थ्रिफ्ट का एक बंदा सब पर भारी एचआर में भेजो साहब!

भेल की गपशप—केसी दुबेपिछले दो माह से राजनीति का अखाड़ा बनी बीएचईई थ्रिफ्ट एंड...

भेल थ्रिफ्ट में ताला तोड़ने के राजनीतिक समीकरण

केसी दुबे, भोपालभेल थ्रिफ्ट में ताला तोड़ने के राजनीतिक समीकरण,भेल में भी अजीबो—गरीब नजारे...

भेल ने प्रतिनिधि यूनियन के चुनाव को लेकर अटकलों का बाजार गरम

केसी दुबेभेल ने प्रतिनिधि यूनियन के चुनाव को लेकर अटकलों का बाजार गरम,भारत हेवी...