भेल भोपाल।
बीएचईई थ्रिफ्ट एंड क्रेडिट को—ऑपरेटिव सोसायटी में बुधवार को शाम 5:30 बजे अध्यक्ष बसंत कुमार के द्वारा एजेंडा जारी कर मीटिंग रखी गई थी, जिसमें नियत समय पर उपाध्यक्ष राजेश शुक्ला, सचिव निशा वर्मा, संचालक रजनीकांत चौबे, संचालक राजमल बैरागी और संचालक आशीष सोनी संस्था सभागार में शाम 5:30 मिनट पर उपस्थित हुए। शाम 5: 30 बजे से लेकर शाम 6:30 बजे तक सभी संस्था में उपस्थित रहे, लेकिन अध्यक्ष बसंत कुमार और अन्य संचालक संस्था नहीं पहुंचे।
उपाध्यक्ष राजेश शुक्ला द्वारा व्हाट्सअप के माध्यम से जानकारी मैसेज कर जानकारी चाही गई, लेकिन उनके द्वारा भी कोई जवाब नहीं दिया गया। कुछ समय पश्चात प्रबंधक द्वारा संस्था कार्यालय समय खत्म होने एवं संस्था बंद होने की बात पर सभी लोग 6:30 पर संस्था से निकल कर चले गए। इस प्रकार अध्यक्ष बसंत कुमार और बाकी संचालकों के अनुपस्थित होने पर बैठक सम्पन्न नहीं हो पाई। संस्था कार्यालय का समय समाप्त होने एवं बंद होने तक संचालक मंडल की ऐसी कोई बैठक नहीं हुई हैं।
उपाध्यक्ष राजेश शुक्ला एवं संचालक ने यह जानकारी देते हुए बताया कि मीडिया लिंक के माध्यम से जानकारी मिली है कि अध्यक्ष द्वारा फर्जी तरीके से कोई बैठक की गई है। अगर ये बैठक हुई है तो ये बैठक अवैध एवं गलत तरीके से की गई है जो कि मान्य नहीं है और शून्य मानी जाएगी क्योंकि उपाध्यक्ष एवं दूसरे संचालकों के जाने के बाद एवं बगैर जानकारी के गोपनीय तरीके से की गई होगी जो कि सही नहीं है।
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मीडिया लिंक के माध्यम से ये ज्ञात हुआ है कि निशांत नंदा को वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं श्रीमती किरण को वरिष्ठ सचिव बनाया गया है जो कि सेंट्रल मल्टी स्टेट कॉपरेटिव सोसायटी के नियम एवं उपनियमों में वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं वरिष्ठ सचिव के किसी पद का कोई प्रावधान नहीं है अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष ही संवैधानिक पद है जिनका निर्वाचन, चुनाव अधिकारी द्वारा किया गया है।
इनके अतिरिक्त कोई इस तरह का पद निर्मित किया जाता है तो उसके लिए प्रस्ताव संचालक मंडल एवं आम सभा की बैठक में स्वीकृत कराकर सेंट्रल रजिस्ट्रार मल्टी स्टेट को ऑपरेटिव सोसायटी नई दिल्ली द्वारा पुनः निर्वाचन अधिकारी नियुक्त कर ही नया पद निर्मित किया जा सकता है।