भेल भोपाल।
राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार के क्षेत्रीय कार्यान्वयन कार्यालय (मध्य) भोपाल को विभिन्न कार्यालयों उपक्रमों में राजभाषा हिंदी का कार्यान्वयन सुनिश्चित करने का दायित्व सौंपा गया है। अत: इस कार्यालय के अधिकारियों द्वारा विभिन्न कार्यालयों उपक्रमों में राजभाषा हिंदी के प्रगामी प्रयोग एवं राजभाषा कार्यान्वयन की स्थिति की जॉंच करने के लिए समय-समय पर निरीक्षण किया जाता है।
इसी क्रम में नरेन्द्र सिंह मेहरा, उप निदेशक (कार्यान्वयन) एवं कार्यालयाध्यक्ष द्वारा भोपाल इकाई के 04 विभागों का निरीक्षण किया गया। श्री मेहरा ने सर्वप्रथम हिंदी ज्ञान मंदिर का निरीक्षण किया, वहॉं कि वर्तमान व्यवस्था एवं पुस्तकों के नवीन संग्रह को देखकर अति प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होनें कहा कि पुस्तकालय में सभी विषयों से संबंधित ज्ञान का अतुल्य भंडार है।
उसके पश्चात एफबीएम विभाग के निरीक्षण के दौरान श्री मेहरा ने वहॉं की कार्यशैली और तकनीकी क्षेत्रों में हिंदी के अधिक प्रयोग की भूरि–भूरि प्रशंसा की एवं विशेष रूप से तकनीकी दस्तावेज में द्विभाषी प्रयोग को अधिक सराहा। उन्होनें कहा कि विभाग के अधिकारियों एवं सहकर्मियों का हिंदी के प्रति रूझान एवं कार्य अनुरकणीय है। एचटीई विभाग में हो रहे हिंदी कार्य की भी प्रशंसा करते हुए कहा कि ड्राइंग में हिंदी का प्रयोग दूसरों के लिए प्रेरणा है एचटीई का कार्य अनुपम है।
एचएसई विभाग में बहुत अच्छा काम हो रहा है।एफसीएक्स विभाग का कार्य देख कर उन्होनें कहा कि बीएचईएल, भोपाल का कार्य इतना अच्छा है कि मैं नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति के कार्यालयों को बताउंगा कि उन्हें बीएचईएल से प्रेरणा लेनी चाहिए जिसके छोटे छोटे अनुभाग में इकाई स्तरीय कार्य चल रहा है।
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बीएचईएल, भोपाल में राजभाषा कार्यान्वयन की आदर्श स्थिति दिखाई पड़ती है जो प्रेरणादायी है, मुझे विश्वास है कि भाषा रूपी खेती पूर्ण रूप से लहलहाएगी। मेरी ओर से शीर्ष प्रबंधन तथा सभी कर्मचारियों को उत्कृष्ट राजभाषा कार्यान्वयन के लिए शुभकामनाएं। निरीक्षण के समय आलोक सेंगर, ए.ओरंगाबादकर, जे.चटर्जी,टीयू सिंह, पूनम साहू उपस्थित थीं।