भेल भोपाल।
कॉर्पोरेट इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी में “करियर सफलता में भावनात्मक बुद्धिमत्ता की भूमिका” विषय पर एक विशेषज्ञ व्याख्यान आयोजित किया गया। यह सत्र अमानत बंसल चौहान द्वारा लिया गया। उन्होंने बताया कि भावनात्मक बुद्धिमत्ता, व्यक्तिगत और पेशेवर विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना से हुई, इसके बाद संस्था के निदेशक डॉ. भारत किशोर गुप्ता ने श्रीमती चौहान को पौधा भेंट कर सम्मानित किया। श्रीमती चौहान ने समझाया कि ईआई में आत्म-चेतना, आत्म-प्रबंधन, सामाजिक जागरूकता और संबंध प्रबंधन शामिल हैं, जो कार्यस्थल पर बेहतर संचार, सहयोग, नेतृत्व और सकारात्मक माहौल बनाने में मदद करते हैं।
उन्होंने उन्होंने अपने वक्तव्य में यह बताया की भावनाओं पर नियंत्रण न होना, तकनीकी कौशल के बावजूद, करियर में बाधा बन सकता है। अंत में उन्होंने निष्कर्ष निकाला कि भावनात्मक बुद्धिमत्ता में निपुणता मजबूत नेतृत्व, अनुकूलन क्षमता, प्रभावी संचार और बेहतर संघर्ष प्रबंधन की कुंजी है।