भेल की गपशप—केसी दुबे
भेल के एफसीएक्स विभाग की जितनी तारीफ की जाये कम है । एक और शीर्ष प्रबंधन पैसा बचाने के लिये जी तोड़ कोशिश कर रहा है तो वहीं यह विभाग लाखों रूपये का चूना लगाने से नहीं चूक रहा है । अब इसे लापरवाही नहीं कहें तो क्या कहें यह समझ से बाहर है । रही बात विभाग के मुखिया की तो उन्हें यह भी पता नहीं उनके निचले स्तर के अफसरों ने विभाग में क्या खेल कर दिया । भेल महारत्न कंपनी में शुमार है ऐसे में भोपाल यूनिट में एफसीएक्स विभाग के निचले स्तर के अधिकारियों ने बड़ा खेल कर डाला।
यहां एक लापरवाही सामने आई है । विभाग में चर्चा इस बात की है कि इस विभाग में जरूरत थी या नहीं लेकिन करीब 2 ट्रक सीमेंट बुला ली गई । इस सीमेंट को कुछ इस तरह लापरवाहीपूर्ण तरीके से रखा गया की वह पत्थर बन गई । इसको लेकर विभाग में ईमानदार कर्मचारियों ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों की जानकारी में भी डाला लेकिन सभी ने अनसुनी कर दी । बड़ी बात तो यह है कि संबंधित दोषी अफसर पर प्रबंधन ने कोई कार्यवाही ने करते हुये फिर से नई सीमेंट खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी । इससे फिर ईमानदार कर्मचारी सकते आ गये । मजेदार बात तो यह है कि इस विभाग में प्रबंधक व अन्य स्तर के ऐसे अधिकारी विराजमान है जिन्हें सालों से हटाया ही नहीं गया ।
एक ही विभाग में रहकर उनके तेवर यह हो गये कि ठेकेदार उनके कहने पर सिर्फ नाचते ही नहीं है बल्कि सेवा सत्कार से भी पीछे नहीं हटते । ऐसी चर्चा है कि ऐसे अफसर वर्क्स इंजीनियरिंग विभाग में पट्टा लिखा कर आये हैं । यहीं से वह प्रमोशन पाते—पाते बड़े साहब बन जायेंगे और रिटायर हो जायेंगे । रही बात विभाग के महाप्रबंधक की तो वह तेज तर्रार जूनियर अफसरों के चक्रव्यूह में ऐसे फंस गये कि अब इस से निकल पाना मुश्किल दिखाई दे रहा है । कुछ इसी तरह कारखाने के फेब्रीकेशन विभाग में देखने को मिल रहा है जहां एक ही विभाग में कुछ अफसर बल्ले—बल्ले कर रहे हैं ।
