भोपाल. राजधानी के भेल दशहरा मैदान पर चल रहे भोजपाल महोत्सव मेला का मंच लगातार सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से गुलजार हो रहा है। शुक्रवार को सागर जिले से आए कलाकारों ने लोक नृत्यों की प्रस्तुति दी। वहीं दीप आशीष डांस अकादमी के साथ ही बैंड की प्रस्तुति दी गई। शनिवार को प्रसिद्ध भजन गायक अमित धुर्वे अपनी सुंदर भजनों की प्रस्तुति देंगे। रविवार को देश के प्रसिद्ध सूफी गज़ल गायक कुमार सत्यम अपनी गजलों से मंच को गुलजार करेंगे। शाम 7 बजे मेला अध्यक्ष सुनील यादव, महामंत्री हरीश कुमार राम, उपाध्यक्ष वीरेंद्र तिवारी महेंद्र नामदेव अखिलेश नगर सहित मेला टीम ने गणेश वंदना व दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
बुंदेली, गायन और लोकनृत्यों से बांधा शमां
शुक्रवार को मेला मंच पर अपनी टीम के साथ सागर से आए कलाकारों ने बुंदेली गायन और लोकनृत्यों की प्रस्तुति दी। इन कलाकारों की प्रस्तुति देखने और सुनने बड़ी संख्या में मेला प्रांगण में दर्शक मौजूद रहे। इन दिनों भोजपाल महोत्सव मेला अपने शबाब पर है। बीते रविवार को डेढ़ लाख से ज्यादा लोग परिवार और दोस्तों के साथ मेला देखने पहुंचे।
अमित धुर्वे के भजनों की प्रस्तुति आज
भोजपाल महोत्सव मेला के सांस्कृतिक मंच पर शनिवार को भजन गायक अमित धुर्वे अपने भजनों की प्रस्तुति देंगे। मैं तो हवा हूं किस तरह पहरे लगाओगे महसूस ही करोगे मुझे छू ना पाओगे जैसी सुमधुर भजनों से मेला मंच को गुलजार करेंगे। भजन गायक अमित धुर्वे मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के महेश्वर के रहने वाले आदिवासी गायक हैं। वे मां नर्मदा के किनारे बसे एक आदिवासी परिवार से आते हैं और पंडित धीरेंद्र शास्त्री (बागेश्वर धाम सरकार) के बड़े भक्त हैं। अमित धुर्वे पहले भजन मंडलियों और पूजा पंडालों आदि में भजन गाकर अपना जीवन चलाते थे। बागेश्वर धाम के मंच पर भजनों की प्रस्तुति दी, जिसके बाद उनका भजन वायरल हो गया और उनकी किस्मत रातों-रात बदल गई। उन्हें अब बड़ी म्यूजिक कंपनियों और धार्मिक चैनल से भी भजन गाने के ऑफर मिल रहे हैं। उन्हें देश-विदेश में भी गाने के लिए बुलाया जा रहा है। अमित धुर्वे ने सांवरी सुरतिया हाथ में बसुरिया, बड़ा प्यारा लगे संसार, जैसे मंदिर दीपक बिन सूना, जय शंकर चंद्रभाल, चारों युगों में पूजे जाए, रुद्र अंश जो शिव का पाए, मैं तो हवा हूं किस तरह पहरे लगाओगे महसूस ही करोगे मुझे छू ना पाओगे जैसी सुमधुर भजनों की प्रस्तुति देंगे।
सूफी नाइट में कुमार सत्यम की प्रस्तुति कल
मेला मंच पर रविवार को सूफी नाइट में देश के प्रसिद्ध सूफी गजल गायक कुमार सत्यम अपनी प्रस्तुति देंगी। गायक कुमार सत्यम भारतीय संगीत जगत के एक उभरते हुए और बहुमुखी प्रतिभा के धनी गायक हैं। उनकी गायकी में सूफी, ग़ज़ल, भजन और उप-शास्त्रीय संगीत का गहरा प्रभाव देखने को मिलता है।
मनोरंजन के 60 से ज्यादा आयटम
महामंत्री हरीश कुमार राम ने बताया कि इस बार मेले में मनोरंजन के लिए 60 से ज्यादा झूले सहित अन्य स्टाल लगाए गए हैं। इनमें जादूगर प्रिंस, शिमला वैली, जलपरी, बाबा अमरनाथ यात्रा की झांकी, ट्रेडिशनल सेल्फी जोन, भूत बंगला सहित विविध प्रकार के झूले लोगों का मनोरंजन करा रहे हैं। 100 से ज्यादा खान- पान के स्टाल के साथ ही विभिन्न आयटमों की करीब 400 दुकानें हैं, जहां लोग जमकर खरीदारी कर रहे हैं। लोगों को मेले में एह ही स्थान पर जरूरत की हर प्रकार की सामग्री उपलब्ध है।
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मेला टीम के नायक, संभाल रहे व्यवस्था
मेला टीम के सदस्य मेले की पूरी व्यवस्था संभाल रहे हैं। इनमें विनय कुमार, मो. जाहिद खान, सुनील शाह, मधु भवनानी, केश कुमार, चंदन वर्मा, दीपक शर्मा, गोपाल शर्मा, भूपेंद्र सिंह, मो. रेहान खान, दीपक बैरागी, देंवेंद्र चौकसे, सुनील वैष्णव, गौरव जैन, संदीप सहित मेला समिति से जुड़े अन्य लोग शामिल हैं।
शिमला वैली में बर्फवारी का नजारा देखने पहुंच रहे लोग
शहरवासियों को शिमला जाने की जरूरत नहीं, अब उन्हें शहर में चल रहे भोजपाल महोत्सव मेला में चैतन्य आर्ट द्वारा प्रस्तुत शिमला वैली का नजारा देखने को मिल रहा है। संचालक आर्टिस्ट अंजली डेहरिया ने बताया कि शिमला वैली की बर्फीली पहाडिय़ों में रोमांचक सफर के साथ, वहां का वातावरण, बर्फ में पाए जाने वाले जानवरों का दीदार कर सकेंगे। इसमें स्नोमैन, पेंगविन, धु्रवीय प्रदेशों में पाए जाने वाले पोलर वियर, रेडियर, मशरूम, सफेद शेर, खरगोश, बर्फीली गुफा, ऊंचे- ऊंचे कश्मीरी चीर के पेड़, नदी, झील, पर्वत, झरना, पवनचक्की आदि देखने को मिलेगी। साथ ही इग्लू (बर्फ का घर), डॉल्फिन, सफेद याक, सफेद तितलियां, सफेद कछुआ आदि देखने को मिल रहे हैं।
