भोपाल।
मध्यप्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित संयुक्त पत्रकार वार्ता में पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह, विधायक ऋषि अग्रवाल, विधायक देवेंद्र पटेल, मीडिया विभाग अध्यक्ष मुकेश नायक और एनएसयूआई के राष्ट्रीय प्रवक्ता विराज यादव ने राज्य की विभिन्न सरकारी योजनाओं में बड़े स्तर पर अनियमितताओं के आरोप लगाए। पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने स्वास्थ्य विभाग में 943 करोड़ रुपये के कथित महाघोटाले का दावा किया। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा विधानसभा में प्रस्तुत 68 हजार पन्नों के रिकॉर्ड के अनुसार 7 करोड़ की आबादी पर 12.84 करोड़ जांचें दिखाकर फर्जी बिल बनाए गए।
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एक ही व्यक्ति की दो कंपनियों को अलग-अलग नाम से टेंडर देने, एक ही जांच के अलग-अलग रेट लगाने और 0% जीएसटी वाली सेवाओं पर 18% जीएसटी वसूलने जैसे गंभीर आरोप लगाए गए। उन्होंने कहा कि कई जांचें ब्लॉक अस्पतालों, सीएचसी और पीएचसी में जमीन पर किए बिना ही कागजों में दर्शा दी गईं। सिंह ने इस पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की। ई की मांग जारी रखेंगे।
