भोपाल।
पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री श्रीमती कृष्णा गौर ने विंध्याचल भवन स्थित विभागीय कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकारों को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने विभाग की पिछले दो वर्षों की उपलब्धियों की जानकारी दी और आगामी तीन वर्षों का विजन भी प्रस्तुत किया। राज्य मंत्री कृष्णा गौर ने कहा कि पिछले दो वर्षों में विभाग ने कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस के हाथ में प्रदेश की सत्ता थी, तब मध्य प्रदेश को बीमारू राज्य कहा जाता था, लेकिन आज वर्तमान सरकार निरंतर विकास के नए आयाम स्थापित कर रही है। उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में पिछड़ा वर्ग आदर्श छात्रावास परियोजना पर कार्य किया जा रहा है। छात्रावासों में विद्यार्थियों के लिए कमरों का रिनोवेशन, अध्ययन टेबल, भोजन कक्ष की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
साथ ही प्रत्येक छात्रावास में इनडोर गेम्स से लेकर वाई-फाई जैसी आधुनिक सुविधाएं भी दी जा रही हैं। पहले जहां मेस की सुविधा नहीं थी, अब विद्यार्थियों को निशुल्क भोजन व्यवस्था मुहैया कराई जा रही है। राज्य मंत्री ने बताया कि पिछड़ा वर्ग के बेरोजगार युवक-युवतियों को विदेशों में रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। प्रदेश के लगभग साढ़े सात लाख छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति स्वीकृत एवं वितरित की जा रही है और समय पर छात्रवृत्ति का वितरण सुनिश्चित किया गया है। इसके साथ ही 50 विद्यार्थियों का चयन कर उन्हें विदेश में उच्च शिक्षा के लिए भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि दिल्ली छात्रगृह योजना में सुधार करते हुए लाभार्थियों की संख्या 50 से बढ़ाकर 150 कर दी गई है। वहीं WAMSI पोर्टल के माध्यम से वक्फ संपत्तियों के डिजिटलाइजेशन में मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य बन गया है।
