Bhopal Viral Bridge: हम रोज़ ऐसे कई भवन देखते हैं जो उत्कृष्ट इंजीनियरिंग का अनूठा उदाहरण होते हैं. लेकिन भोपाल का ऐशबाग ROB अपने अनोखे डिज़ाइन और अनूठी इंजीनियरिंग कला के लिए विवादों से घिर गया है इसका कारण इसका डिज़ाइन है. यह ब्रिज सोशल मीडिया पर खूब चर्चा का विषय बना हुआ है, और लोग इसे लेकर तरह-तरह की बातें कर रहे हैं.
90 डिग्री का तीखा मोड़ ख़तरे की घंटी या इंजीनियरिंग का कमाल
यह पुल ऐशबाग में बनाया गया है इसका उद्देश्य ट्रैफिक जाम से निजात दिलाना है. इस नए पुल में एक तीखा 90 डिग्री का मोड़ है जो पहली नज़र में ही ख़तरनाक लगता है. यह 90 डिग्री का सीधा मोड़ अब चर्चा का विषय बन गया है लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या ऐसे तीखे मोड़ सुरक्षा के लिहाज़ से सही हैं
8 साल में बनकर तैयार 18 करोड़ हुए खर्च दाम और समय पर भी सवाल
इस पुल को बनने में 8 साल लग गए और इसकी लागत ₹18 करोड़ आई लोग सोशल मीडिया पर इसके डिज़ाइन पर बहुत सवाल उठा रहे हैं लोगों का कहना है कि पुल पर यह मोड़ कई दुर्घटनाओं का कारण बन सकता है. इतना समय और पैसा लगाने के बाद भी अगर डिज़ाइन पर सवाल उठ रहे हैं तो यह चिंता का विषय है.
मोड़ से होंगी दुर्घटनाएँ सोशल मीडिया पर मज़ाक और चिंता
पुल पर सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हो रही है इसका खूब मज़ाक उड़ाया जा रहा है. इसके साथ ही, लोग इस पर अपनी प्रतिक्रियाएँ दे रहे हैं लोगों का कहना है कि यह पुल न केवल ट्रैफिक जाम का नया केंद्र बनेगा बल्कि यह 90 डिग्री का मोड़ एक बड़ी दुर्घटना को न्योता देगा. जो लोग रोज़ इस पुल से गुज़रने वाले हैं, उन्हें केवल शुभकामनाएँ ही दी जा सकती हैं. यह दिखाता है कि जनता में इस डिज़ाइन को लेकर कितना अविश्वास है.
उद्घाटन से पहले ही पड़ा ग्रहण सवालों के घेरे में प्रोजेक्ट
भोपाल में बना यह पुल ट्रैफिक जाम से बचने और लोगों का समय बचाने के लिए बनाया गया है. इस पुल की लंबाई 648 मीटर है. यह पुल घनी आबादी वाले इलाके में बनाया गया है. लेकिन कम जगह के कारण इस पुल को इस तरह डिज़ाइन किया गया है. लेकिन उद्घाटन से पहले ही इस पर चर्चाएँ शुरू हो गई हैं जिससे इस प्रोजेक्ट पर एक तरह का ग्रहण लग गया है.
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मंत्री ने दी प्रतिक्रिया जांच का आश्वासन
लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने मीडिया से कहा कि पुल बनने के बाद अचानक कुछ विशेषज्ञ आकर ऐसी बातें करते हैं जबकि किसी भी पुल के निर्माण के दौरान कई तकनीकी पहलुओं को देखा जाता है. उन्होंने कहा कि अगर यह कोई आरोप है तो इसकी जांच की जाएगी. मंत्री का यह बयान दर्शाता है कि सरकार इस मामले की गंभीरता को समझ रही लेकिन लोगों के मन में अभी भी कई सवाल हैं.
अस्वीकरण: यह खबर मीडिया रिपोर्ट्स और आम जनता की प्रतिक्रियाओं पर आधारित है. पुल के डिज़ाइन की तकनीकी पहलुओं की जांच संबंधित विभाग द्वारा की जाएगी. दुर्घटनाओं की संभावना पर आधिकारिक रिपोर्ट का इंतज़ार रहेगा.