Bhopal Metro Project Update: मध्य प्रदेश में इंदौर मेट्रो के साथ राज्य में मेट्रो सेवा शुरू हो चुकी है. अब सभी की निगाहें भोपाल मेट्रो प्रोजेक्ट पर हैं, जो मध्य प्रदेश मेट्रो रेल प्रोजेक्ट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. हाल ही में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के काम की समीक्षा की. इस दौरान भोपाल मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर कई अपडेट सामने आए. इसके साथ ही यह भी अनुमान लगाया गया कि यह मेट्रो प्रोजेक्ट कब तक पूरा होगा, कितने लोगों को इससे फायदा मिलेगा और इसे बनाने में कितनी लागत आएगी.
भोपाल मेट्रो में चलेंगी 27 ट्रेनें दो लाइनें 30 स्टेशन
यह ज्ञात हो कि भोपाल मेट्रो रेल प्रोजेक्ट को नवंबर 2018 में ही मंजूरी मिल गई थी. नवीनतम अपडेट के अनुसार भोपाल मेट्रो में दो लाइनें होंगी. एक ऑरेंज लाइन होगी, जो करोंद चौराहा से एम्स साकेत नगर तक जाएगी. दूसरी ब्लू लाइन होगीजो भदभदा चौराहा से रत्नागिरी तिराहे तक जाएगी.
भोपाल मेट्रो की कुल लंबाई लगभग 30 किमी होगी. इसमें भोपाल मेट्रो के कुल 30 स्टेशन होंगे जिनमें से 2 स्टेशन भूमिगत होंगे. भोपाल मेट्रो सेवा की शुरुआत में 3 कोच वाली कुल 27 ट्रेनों का संचालन किया जाएगा. हालांकि भविष्य में ज़रूरत के अनुसार मेट्रो कारों की संख्या 3 से बढ़ाकर 6 की जा सकती है. इस प्रोजेक्ट से शहर के 23 लाख से ज़्यादा लोगों को सीधे लाभ मिलेगा.
2028 तक काम पूरा करने का लक्ष्य पहला चरण 2025 तक
इस प्रोजेक्ट को पूरा करने की अनुमानित लागत ₹10 हज़ार 33 करोड़ होगी. इस प्रोजेक्ट का काम राज्य के लोक निर्माण और अन्य संबंधित विभागों द्वारा संयुक्त रूप से पूरा किया जाएगा. राज्य सरकार ने भोपाल मेट्रो का काम जून 2028 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है. पहला चरण अगस्त 2025 तक पूरा हो जाएगा, जो पुल बोगदा से एम्स तक होगा. इसमें कुल 8 स्टेशनों का निर्माण शामिल है जिसकी लंबाई 7 किमी है.
वहीं, दूसरे चरण में 9 किमी में 6 स्टेशन बनाए जाएंगे, जिसका रूट करोंद चौराहा से पुल बोगदा तक होगा. इसमें 2 स्टेशन भूमिगत बनाए जाएंगे. इसके बाद, भोपाल मेट्रो के तीसरे चरण में भदभदा चौराहा से रत्नागिरी तिराहे तक का रास्ता कवर किया जाएगा जिसमें 14.16 किमी की दूरी में कुल 14 एलिवेटेड स्टेशन बनाए जाएंगे. दोनों लाइनों का एक इंटरचेंज स्टेशन पुल बोगदा में बनाया जाएगा जो यात्रियों के लिए कनेक्टिविटी को आसान बनाएगा.
भोपाल की बदलती तस्वीर विकास की नई राह
भोपाल मेट्रो प्रोजेक्ट न केवल शहर की यातायात व्यवस्था में सुधार करेगा बल्कि यह शहर के आर्थिक विकास को भी गति देगा. इससे रोज़गार के अवसर पैदा होंगे और रियल एस्टेट सेक्टर को भी बढ़ावा मिलेगा. यह प्रोजेक्ट भोपाल को एक आधुनिक और विकसित शहर के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा जिससे यहाँ के निवासियों के जीवन स्तर में सुधार होगा.
आम जनता को मिलेगा बड़ा फायदा समय और पैसे की बचत
इस मेट्रो प्रोजेक्ट से भोपाल की लाखों जनता को सीधा फायदा होगा. उन्हें ट्रैफिक जाम से मुक्ति मिलेगी और यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा. इसके साथ ही सार्वजनिक परिवहन का एक किफायती और सुरक्षित विकल्प भी उपलब्ध होगा जिससे लोगों के पैसे की भी बचत होगी. यह पर्यावरण के लिए भी बेहतर होगा क्योंकि इससे निजी वाहनों पर निर्भरता कम होगी.
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अस्वीकरण: यहाँ दी गई जानकारी मुख्यमंत्री के बयान और मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. प्रोजेक्ट की लागत, समय-सीमा और अन्य विवरणों में सरकारी निर्णयों और ज़मीनी परिस्थितियों के अनुसार बदलाव हो सकता है. सटीक जानकारी के लिए आधिकारिक सरकारी स्रोतों पर भरोसा करें.