उज्जैन
फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो के विज्ञापन में महाकाल के प्रसाद का नाम लेने पर विवाद खड़ा हो गया है। उज्जैन में महाकाल मंदिर के पुजारियों ने विज्ञापन पर विरोध दर्ज कराते हुए अभिनेता रितिक रोशन और कंपनी से माफी की मांग की है। पुजारियों ने कंपनी पर हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाते हुए विज्ञापन को तत्काल बंद करने की भी मांग की है।
विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर के नाम पर थाली मंगाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुजारियों ने रोष जताया है। ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो के लिए फिल्म अभिनेता ऋतिक रोशन विज्ञापन में ये कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि थाली का मन किया, तो मैंने उज्जैन के महाकाल से मंगवा लिया। महाकाल मंदिर के पुजारियों ने इस विज्ञापन कोलेकर विरोध जताया है।
पुजारियों का आरोप है कि महाकाल मंदिर से इस तरह की कोई थाली पूरे देश में तो क्या उज्जैन में भी डिलीवर नहीं की जाती है। यह सिर्फ श्रद्धालुओं को मंदिर क्षेत्र में निशुल्क दी जाती है। मंदिर के अन्न क्षेत्र में रोजाना हजारों श्रद्धालु भोजन प्रसादी लेने पहुंचते हैं। मंदिर समिति की ओर से फ्री खाने का इंतजाम किया जाता है। श्रद्धालु सुबह 11 से 2 बजे तक और शाम 5 से रात 8 बजे तक अन्न क्षेत्र में बैठकर भोजन प्रसादी ग्रहण कर सकते हैं। यह परंपरा सैकड़ों साल से चली आ रही है। इस विज्ञापन से श्रद्धालु भ्रमित हो सकते हैं।
महाकाल मंदिर के पुजारियों ने कहा कि जो कंपनी नॉनवेज खाना भी डिलीवर कर रही हो, उसे तुरंत महाकाल के नाम की थाली का भ्रामक विज्ञापन बंद कर देना चाहिए। कंपनी ने हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। अगर कंपनी ने इस पर माफी नहीं मांगी तो वे कोर्ट में जाएंगे। महाकाल मंदिर के पंडित आशीष पुजारी का कहना है कि ऐसे विज्ञापन जारी करने से पहले कंपनी को सोचना चाहिए। हिंदू समाज सहिष्णु है। वो कभी उग्र नहीं होता। कंपनी हमारी भावनाओं के साथ ऐसा खिलवाड़ न करे। पुजारियों ने रितिक रोशन और कम्पनी से माफी की मांग की है। उज्जैन के कलेक्टर ने कहा है कि यह मामला उनकी जानकारी में आया है। वे इसकी जांच करवा रहे हैं। जांच के बाद जरूरी कार्रवाई की जाएगी।