बिहारशरीफ,
बिहार हिंसा की आग में सुलगा तो इस बीच कई जगह भारी नुकसान हुआ. रामनवमी पर झड़प के बाद नालंदा के बिहारशरीफ में दो गुट भिड़ गए और हिंसा भड़क गई थी. बिहारशरीफ में शुक्रवार को जब सांप्रदायिक तनाव भड़का तो दंगाइयों ने कस्बे के सबसे पुराने मदरसे अजीजिया और लाइब्रेरी को निशाना बनाया. यह मदरसा और पुस्तकालय 110 साल पुराना था, जिसे हजारों दंगाइयों ने आग के हवाले कर दिया और तोड़फोड़ की.
दंगाइयों ने पुस्तकालय में इतिहास, अंग्रेजी साहित्य, प्राचीन पांडुलिपियों और धर्मग्रंथों से संबंधित 4500 से अधिक पुस्तकों को जला दिया. इसी के साथ पुस्तकालय का फर्नीचर और भवन भी बर्बाद कर दिया. पांच दिन बीतने के बाद भी पुस्तकालय में कई किताबें और दस्तावेज जल रहे थे.
मदरसे के वरिष्ठ शिक्षक डॉ. तारिक अनवर ने बात करते हुए उस हमले वाले दिन को याद किया. उन्होंने बताया कि सांप्रदायिक तनाव के बाद दंगाइयों ने मदरसे पर हमला कर दिया था, स्थिति को नियंत्रित करने के लिए शायद ही कोई पुलिस बल वहां था. उन्होंने बताया कि पुस्तकालय में 4500 से अधिक किताबें थीं, जिन्हें दंगाइयों ने आग लगा दी थी.
तारिक अनवर बोले- प्रशासन की चूक की वजह से हुई यह घटना
मदरसे के वरिष्ठ शिक्षक डॉ. तारिक अनवर ने कहा कि स्थानीय प्रशासन की चूक की वजह से यह घटना हुई. यह सबसे पुराना मदरसा और पुस्तकालय था, जिसे जलाकर बर्बाद कर दिया गया. डॉ. अनवर ने कहा कि राज्य सरकार इस मदरसा और पुस्तकालय को जलाए जाने की घटना पर गौर करे और जीर्णोद्धार कर इसे फिर से शुरू करने को लेकर काम करे.
नीतीश कुमार ने कहा- कुछ लोगों ने जानबूझकर अशांति पैदा की
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा है कि प्रदेश में अब सभी जगह शांति है. हम दोनों जगहों (नालंदा और रोहतास) में स्थिति पर नजर रख रहे हैं. नीतीश ने कहा कि यह प्रशासन की विफलता नहीं थी. कुछ लोगों ने साजिश के तहत जानबूझकर यह अशांति पैदा की.
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