गाजियाबाद
मुरादनगर की उखालरसी कॉलोनी में बंबा मार्ग स्थित श्मशान घाट पर चार साल पहले हुए हादसे के करीब 35 पीड़ित परिवारों को अभी तक न्याय नहीं मिला है। पीड़ित परिवार को नौकरी और आवास मिलने का इंतजार है। कई परिवार तंगहाली के कगार पर पहुंच गए हैं।
3 जनवरी, 2021 को श्मशान घाट की गैलरी की छत गिर गई थी। हादसे में 25 लोगों की मौत हो गई थी। 24 से अधिक लोग घायल हुए थे। घायलों में कई दिव्यांग बन गए हैं। इस मामले में पीड़ित परिवारों को केंद्र और प्रदेश सरकार की ओर से 12-12 लाख रुपये का मुआवजा दिया गया और परिवार के एक सदस्य को नौकरी व आवास देने का वादा भी किया गया था, लेकिन सरकारी नौकरी व आवास पीड़ित परिवारों को अब तक नहीं मिले हैं।
‘SIT की जांच में क्या हुआ, कुछ पता नहीं’
इस हादसे के पीड़ित मंजू, पिकी, बबीता, रजनी, ममता, नीलम, कविता, पुष्पलता ने बताया कि अब तो शासन प्रशासन का कोई भी अधिकारी हाल पूछने भी नहीं आता है। उन्होंने बताया कि आमदनी न होने के कारण कई परिवार तो तंगहाली के कगार पर पहुंच गए हैं। पीड़ित परिवारों का कहना है कि यह भी पता नहीं चल रहा है कि SIT की जांच में क्या हुआ और किन-किन आरोपियों पर मुकदमा चल रहा है।