9.7 C
London
Sunday, June 8, 2025
Homeअंतराष्ट्रीयनेपाल में आपदा... पहली बार एवरेस्ट फतह करने वाले तेनजिंग नोर्गे के...

नेपाल में आपदा… पहली बार एवरेस्ट फतह करने वाले तेनजिंग नोर्गे के गांव में एवरेस्ट से ही आई प्रलय

Published on

नई दिल्ली,

नेपाल के प्रसिद्ध शेरपा गांव थमे में भयानक आपदा आई है. जैसी केरल के वायनाड में आई थी. यहां पर एवरेस्ट पहाड़ की तरफ अचानक से फ्लैश फ्लड आया. माना जा रहा है कि ये किसी ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड (GLOF) की वजह से हुआ है. थमे एवरेस्ट पर सबसे पहले चढ़ने वाले शेरपा तेनजिंग नोर्गे का गांव है.

इस गांव के आधे से ज्यादा घर कीचड़ में दब गए हैं. पानी का तेज बहाव है. सोशल मीडिया पर जो वीडियो आ रहे हैं, वो बेहद भयानक और डरावने हैं. तीन घर और होटल बर्बाद हो चुके हैं. पांच छह इमारतें और खतरे में हैं. सोलुखुंभू के डीएसएपी द्वारिका प्रसाद घिमिरे ने कहा है कि राहत एवं बचाव कार्य किया जा रहा है.

यह आपदा थमे नदी के बहाव के बढ़ने से हुआ है. नदी का बहाव GLOF की वजह से बढ़ा है. इसकी वजह थमे नदी की दूसरी शाखा दूधकोशी नदी में भी बाढ़ आ गई है. प्रशासन ने लोगों को निचले इलाकों से भागकर ऊपर की ओर जाने के लिए कहा है. हिमालयन टाइम्स अखबार के मुताबिक थेंगबो ग्लेशियर पर आउटबर्स्ट हुआ है.

एवरेस्ट के नीचे थेंगबो ग्लेशियर से आई आपदा
थेंगबो ग्लेशियर पर कोई झील बनी थी, जिसके टूटने से थमे गांव में ये आपदा आई है. जिसकी वजह से भयानक बाढ़ आई. भूस्खलन हुआ. थमे गांव का आधा हिस्सा पूरी तरह से बर्बाद हो गया है. ये थेंगबो झील ताशी लापचा पास के नजदीक है. इसी गांव में विश्व प्रसिद्ध माउंटेनियर शेरपा तेनजिंग नॉर्गे पैदा हुए थे.

लगातार कई घंटों से हो रही थी तेज बारिश
तेनजिंग ने एडमंड हिलेरी के साथ मई 1953 में एवरेस्ट पर पहली बार फतह हासिल की थी. हालांकि काठमांडू पोस्ट ने चीफ डिस्ट्रिक्ट ऑफिसर देवी पांडे ने कहा कि अभी झील के टूटने की पुष्टि नहीं हुई है. एक बात सही है कि इस इलाके में लगातार बारिश हो रही है. हो सकता है कि इसकी वजह से फ्लैश फ्लड आया हो.

कई बहादुर शेरपा इसी गांव से निकले हैं
थमे गांव खुंभू घाटी में 12,500 फीट की ऊंचाई पर मौजूद है. यह नामचे बाजार के पास है. यहीं से एवरेस्ट पर चढ़ाई करने वाले अपनी यात्रा के अंतिम पड़ाव की शुरूआत करते हैं. इस गांव से कई प्रसिद्ध शेरपा निकले हैं, जिन्होंने एवरेस्ट पर फतह की है. जैसे- अपा शेरपा, कमी रिता शेरपा, लाकपा रिता शेरपा.

निचले इलाकों को किया गया अलर्ट
निचले इलाके में दूधकोशी नदी के पास मौजूद रिहायशी इलाकों को अलर्ट कर दिया गया है. ताकि वहां किसी को नुकसान न हो. GLOF का मतलब ये होता है कि ग्लेशियर के पिघलने से बनी अस्थाई बर्फ और पानी की झील. जिसकी दीवार मिट्टी या बर्फ की हो सकती है. गर्मी से बर्फ की दीवार पिघलती है. या तेज बारिश से मिट्टी की दीवार टूट जाती है. इससे झील में जमा पानी तेजी से निचले इलाके की तरफ जाता है.

हिमालय पर कम हो रहे हैं ठंडी वाले दिन
लगातार हो रहे जलवायु परिवर्तन और बढ़ते तापमान की वजह से हिमालय पर Cold Days कैसे घटते जा रहे हैं. रिपोर्ट में बताया गया है कि हिमालय का तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है. कोल्ड डेज़ और कोल्ड नाइट्स की गणना के लिए जम्मू और कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में 16 स्टेशन हैं. लगातार गर्म दिन बढ़ रहे हैं. जबकि ठंडे दिन कम होते जा रहे हैं. पिछले 30 वर्षों में ठंडे दिनों में 2% से 6% की कमी आई है.

हिमालय के इलाके काफी अनस्टेबल
किसी भी ग्लेशियर के पिघलने के पीछे कई वजहें हो सकती है. जैसे- जलवायु परिवर्तन, कम बर्फबारी, बढ़ता तापमान, लगातार बारिश आदि. गंगोत्री ग्लेशियर के मुहाने का हिस्सा काफी ज्यादा अनस्टेबल है. ग्लेशियर किसी न किसी छोर से तो पिघलेगा ही. अगर लगातार बारिश होती है तो ग्लेशियर पिघलता है. डाउनस्ट्रीम में पानी का बहाव तेज हो गया था. बारिश में हिमालयी इलाकों की स्टेबिलिटी कम रहती है. ग्लेशियर पिघलने की दर बढ़ जाती है.

भारत के दो दर्जन ग्लेशियरों पर वैज्ञानिकों की नजर
फिलहाल दो दर्जन ग्लेशियरों पर वैज्ञानिक नजर रख पा रहे हैं. इनमें गंगोत्री, चोराबारी, दुनागिरी, डोकरियानी और पिंडारी मुख्य है. यूनिवर्सिटी ऑफ लीड्स के वैज्ञानिकों ने हिमालय के 14,798 ग्लेशियरों की स्टडी की. उन्होंने बताया कि छोटे हिमयुग यानी 400 से 700 साल पहले हिमालय के ग्लेशियरों के पिघलने की दर बहुत कम थी. पिछले कुछ दशकों में ये 10 गुना ज्यादा गति से पिघले हैं.

Views: 0

Latest articles

MP POLICE कांस्टेबल भर्ती 2023 में बड़ा फ़्रॉड सॉल्वर गैंग का ख़ुलासा

MP POLICE कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2023, जो 7411 पदों के लिए आयोजित की गई...

Aaj Ka Panchang: ज्येष्ठ शुक्ल द्वादशी और त्रयोदशी का संगम रवि प्रदोष व्रत का ख़ास दिन

Aaj Ka Panchang: आज, 8 जून 2025, ज्येष्ठ मास का सत्ताईसवाँ दिन है। आज...

MP Weather Alert : मध्य प्रदेश में ‘मौसम का दोहरा मिज़ाज’ कहीं झुलसाने वाली गर्मी कहीं अचानक बारिश का दौर

MP Weather Alert: मध्य प्रदेश का मौसम मई 2025 के आख़िरी हफ़्तों में और जून...

Monsoon 2025 भारत में ‘जल्दी’ पहुँची बारिश मौसम में आया बड़ा बदलाव

Monsoon 2025: भारत में इस समय मॉनसून 2025 का असर साफ़ दिख रहा है।...

More like this

भारत में ‘बिना मोबाइल टावर’ इंटरनेट की ‘संभावना’ क्या स्टारलिंक को मिली मंज़ूरी

आजकल ऐसी ख़बरें सामने आ रही हैं कि एलन मस्क की कंपनी स्टारलिंक को...

चीन ने 10 लाख तिब्बती बच्चों को किया कैद, जबरन सरकारी बोर्डिंग स्कूलों में डाला, जिनपिंग का इरादा क्या है

बीजिंगचीन ने मुस्लिम बहुत शिनजियांग में यातना शिविर चलाने के बाद अब तिब्बत में...

बांग्लादेश में 10, 100, 200, 500 के नए नोट जारी, शेख मुजीबुर रहमान की तस्वीर गायब!

नई दिल्ली,बांग्लादेश की यूनुस सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए देश में नई...