पटना
पूर्व केंद्रीय और जनता दल यूनाइटेड (JDU) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष रामचंद्र प्रसाद सिंह के इस्तीफे के बाद बिहार में सियासत गरमा गई है। जेडीयू के अध्यक्ष ललन सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इशारों में बीजेपी को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया। अब कयास लगाए जा रहे हैं कि नीतीश कुमार, एनडीए से अलग होकर महागठबंधन में शामिल हो सकते हैं। इन सभी संभावना को बल मिला है, नीतीश कुमार की राजद नेता तेजस्वी यादव के साथ हुई दो बैठकें और फिर सोनिया गांधी से फोन पर बात। अब अगले दो दिनों यानि 8 और 9 अगस्त को राज्य में चारों दलों राजद, जदयू, कांग्रेस और हम पार्टियां बैठक करेंगी।
हालांकि बीजेपी डैमेज कंट्रोल में लगी है। केंद्रीय नेता और बीजेपी के बक्सर से सांसद अश्विनी कुमार चौबे ने साफ कहा है कि बिहार में एनडीए गठबंधन को कोई खतरा नहीं है। बिहार में एनडीए का चेहरा नीतीश कुमार है। नीतीश कुमार अभी सीएम हैं और आगे भी रहेंगे। इधर बिहार में हो रही सियासत का शोर ट्विटर पर भी दिखाई दे रहा है। ट्विटर यूजर्स हैशटैग #BiharPolitics से ट्वीट कर मजे ले रहे हैं।
संजीत सिंह नाम के एक ट्विटर यूजर ने ट्वीट करते हुए लिखा- ‘नीतीश, बीजेपी पर उनकी पार्टी में फूट डालने का आरोप लगा रहे हैं। लगता है अमित शाह महाराष्ट्र की समस्या को हल करके बिहार की ओर बढ़ रहे हैं।’
एक अन्य ट्विटर यूजर ने नीतीश कुमार की तस्वीर पोस्ट की, जिस पर लिखा था- अब पलटने का मन कर रहा है। यूजर ने लिखा- ‘नीतीश कुमार को अब राजनीति से संन्यास ले लेना चाहिए क्योंकि उनका दिमाग एक पेंडुलम की तरह हो गया है, कभी इधर कूदता है तो कभी उधर, नीतीश पल्टू राम के नाम से प्रसिद्ध हो गए हैं, बिहार में न नीतीश की जरूरत है और न ही तेजस्वी यादव की।’
अमन नाम के ट्विटर यूजर ने नीतीश कुमार के ‘शिकार’ हुए लोगों का जिक्र किया। यूजर ने लिखा- ‘जॉर्ज फर्नांडीस, पी.के. सिन्हा, शरद यादव, उपेंद्र कुशवाहा, उदय नारायण चौधरी, प्रशांत किशोर और अब आरसीपी सिंह। नीतीश कुमार की रणनीति के शिकार लोगों की फेहरिस्त लंबी है।’
शिंदे की तरह RCP की किस्मत भी खुल सकती है!
वहीं विशाल नाम के एक अन्य यूजर ने लिखा- ‘प्रशांत किशोर ने जदयू का जो भाजपाईकरण किया था, उसकी परीक्षा आ गयी है! मेरा आंकलन है कि, नीतीश कुमार के आधे से ज्यादा विधायक उनसे बगावत कर अलग गुट बनाएंगे जो BJP को समर्थन देगा! शिंदे की तरह RCP की किस्मत भी खुल सकती है! नीतीश जी अगले शरद यादव बनने वाले हैं!’