पहलगाम
जम्मू-कश्मीर के के बैसरन में आतंकी हमला हुआ है. आतंकियों ने घुड़सवारी कर रहे पर्यटकों के ग्रुप को निशाना बनाया, जिसमें 12 लोग घायल हो गए हैं. घायलों में चार की हालत क्रिटिकल है. एक पर्यटक की मौत हो गई है. इस हमले में न केवल इंसान बल्कि कुछ घोड़े भी घायल हुए हैं, जिनको गोलियां लगी हैं. आतंकियों को पकड़ने के लिए सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है. सीआरपीएफ (CRPF) की अतिरिक्त क्विक रिएक्शन टीम (QAT) घटनास्थल के लिए भेजा गया है.सूत्रों ने बताया कि आतंकियों ने पहले पर्यटकों का नाम पूछा हिंदू नाम बताए जाने पर गोली मारी गई.
दरअसल, कश्मीर में कुछ ऐसे इलाके हैं जहां पर आतंकवाद नजर नहीं आता, पहलगाम उसमें से एक ऐसा हिस्सा है. यहां पर पर्यटक बड़ी संख्या में पहुंचते हैं. मार्च में हुई बर्फबारी के बाद सैकड़ों की तदाद में पर्यटक यहां लगातार पहुंच रहे हैं. पहलगाम के एक पहाड़ के टॉप पर ट्रैकिंग के लिए पर्यटक जाते हैं. वहां पर ये आतंकी हमला हुआ. पर्यटकों पर वहां छुपे आतंकियों ने गोलीबारी की.
गोलियों की तड़तड़ाहट के बाद मची अफरा-तफरी
आपको बता दें कि जंगलों से आतंकियों ने पर्यटकों पर गोलियां बरसाईं, जिसके बाद वहां अफरा-तफरी मच गई. लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे. सुरक्षाबलों ने मौके पर पहुंचते ही इलाके को घेर लिया और सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है. सेना और पुलिस के जवान पहाड़ी इलाकों में तैनात हैं.
अमरनाथ यात्रा से पहले आतंकी हमला
यह घटना ऐसे समय पर सामने आई है जब अमरनाथ यात्रा की तैयारियां जोरों पर हैं. हर साल लाखों श्रद्धालु इस पवित्र यात्रा में शामिल होते हैं और इस बार 3 जुलाई से यात्रा शुरू होने वाली है. ऐसे में पर्यटकों पर हुआ यह हमला सुरक्षा व्यवस्थाओं पर बड़े सवाल खड़े करता है.
सुरक्षाबलों की कार्रवाई में 2-3 आतंकी ढेर
वहीं सुरक्षाबलों की कार्रवाई में 2-3 आतंकवादी ढेर हुए हैं. गौरतलब है कि पिछले कुछ वर्षों में यह पहली बार है जब आतंकियों ने सीधे पर्यटकों को निशाना बनाया है.
एक की मौत, कुल 12 टूरिस्ट घायल
पहलगाम आतंकी हमले में पर्यटकों के एक समूह पर बंदूकधारियों ने गोलीबारी की। हमले में 12 लोग घायल हुए हैं। यह हमला पहलगाम के बैसरन घाटी में हुआ। यह पर पर्यटक केवल पैदल या घोड़ों से ही जाते हैं। यह जगह बेताब घाटी से 10 किलोमीटर की दूरी पर है। पर्यटकों पर हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के एक संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने हमले की जिम्मेदारी ली है। सोशल मीडिया पर एक अन्य फोटो में बेबस महिला अपने पति के पास बैठी हुई है।
मुस्लिम नहीं हूं…तो मारी गाेली
महिला ने वीडियो में आतंकवादियों की हैवानियत को बयां किया है। महिला ने वीडियो में बताया कि मेरे पति ने कहा कि वह मुस्लिम नहीं हैं तो एक इंसान ने उन्हें गोली मार दी। वीडियो में खून से लथपथ दो व्यक्ति जमीन पर पड़े हुए दिखाई दे रहे हैं। जबकि इसी वीडियो में में कुछ दूरी पर कुर्सी पर बैठा एक व्यक्ति बेहोश हो गया है। दुकानदार उसे पानी पीने का आग्रह कर रहा। पहलगाम हमले के बाद के इस वीडियो में सामने आया है कि जहां पर पर्यटकों का यह समूह रुका हुआ था। वहां सुरक्षा के इंतजाम नहीं थे।