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Wednesday, July 16, 2025
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राजस्थान में भजनलाल सरकार ने कम किए 9 जिले तो बीजेपी नेताओं पर आया ‘साख का संकट’

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जयपुर/जालोर

भजनलाल सरकार की ओर से पूर्ववर्ती गहलोत सरकार में बनाए गए 3 संभाग और 9 जिलों को निरस्त किए जाने पर कई जिलों में लगातार विरोध हो रहा है। हालांकि भाजपा के प्रदेश प्रभारी का कहना है कि भाजपा से जुड़ा कोई भी नेता और कार्यकर्ता विरोध नहीं कर रहा है जबकि हकीकत यह है कि जिन जिलों को निरस्त किया गया। वहां के कई स्थानीय नेताओं ने अपने पदों से इस्तीफे दे दिए। दरअसल, भारतीय जनता पार्टी के इन जिलों के स्थानीय नेताओं की साख का सवाल बना हुआ है। यदि वो पार्टी के फैसले पर सवाल उठाते हैं तो सरकार की नाराजगी और पक्ष में बोल रहे हैं तो स्थानीय जनता की आंखों में खटकने लगे हैं। इसी बीच पूर्व सांसद देवजी पटेल ने तो मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर सांचौर जिले को यथावत रखने की मांग की है। दूसरी तरफ अनूपगढ़ और नीम का थाना सहित कुछ जिलों में लगातार आंदोलन चल रहा है।

सांचौर जिला निरस्त होने पर पूर्व सांसद देवजी पटेल ने ऐसे जताई नाराजगी
मुख्यमंत्री को लिखे गए पत्र में पूर्व सांसद देवजी पटेल ने लिखा कि वर्ष 2023 में सांचौर को जिला बनाया गया था जिसे अब निरस्त कर दिया गया है। इसे यथावत रखने की आवश्यकता है। पटेल ने लिखा कि सांचौर के जिला बनने से प्रशासनिक व्यवस्थाओं में काफी हद तक सुधार हुआ था क्योंकि बॉर्डर एरिया होने से अवैध मादक पदार्थों की तस्करी होती थी। जिला बनने से अपराधों पर अंकुश लगा था। उन्होंने यह भी लिखा कि जालोर जिला मुख्यालय का अंतिम छोर का गांव 240 किलोमीटर की दूरी पर है। जिला मुख्यालय से दूरस्थ होने के कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में सांचौर जिले को निरस्त किए जाने पर के निर्णय पर पुनर्विचार करें।

एसडीएम के जरिए सीएम को भेजा पत्र
देवजी पटेल ने यह पत्र स्थानीय एसडीएम को भेजा। उनके जरिए मुख्यमंत्री तक पहुंचाया गया। पटेल ने कहा कि स्थानीय लोगों की प्रशासनिक आवश्यकताओं को देखते हुए सांचौर को पुनः जिला घोषित करें। जब तक इस बारे में सरकार कोई निर्णय नहीं लेती है। तब तक सांचौर में एडीएम कार्यालय खोला जाए ताकि स्थानीय लोगों को प्रशासनिक कार्यों के लिए दूर दूर ना भटकना पड़े। सांचौर जिला यथावत नहीं रहने से यहां अपराध बढेंगे। लोगों में असुरक्षा की भावना व्याप्त हो गई है।

भारतमाला परियोजना का भी दिया तर्क
पूर्व सांसद देवजी पटेल ने अपने पत्र में नेशनल हाईवे और भारतमाला परियोजनाओं का हवाला भी दिया। उन्होंने कहा कि देश की महत्वपूर्ण पचपदरा रिफाइनरी और कांडला पोर्ट जाने वाले भारी वाहनों का संचालन भारतमाला परियोजना से होता है। देश के महत्वपूर्ण औद्योगिक स्थानों एवं पर्यटन स्थलों के साथ-साथ पाक सीमा को जोड़ती है। यहां पर विश्व की सबसे बड़ी गौशाला पथमेड़ा और नंदीशाला गोलशालाएं स्थित है। साथ ही खनिज संपदा की अपार संभावना है। जिसके कारण यहां सुरक्षा की दृष्टि से जिला मुख्यालय का होना आवश्यक हैं।

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