अहमदाबाद/राजकोट:
गुजरात के राजकोट जिले में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। आमतौर पर किसी भी मुसीबत या संकट के समय आम आदमी भगवान के पास जाता है और भगवान से परेशानियां दूर करने की प्रार्थना करता है, लेकिन जब उसे मन मुताबिक परिणाम नहीं मिलता तो वह निराश हो जाता है। कई बार तो वह डिप्रेशन में भी चला जाता है, लेकिन जियाणा गांव में भगवान से नाराज पूर्व सरंपच ने तीन मंदिरों को आगे के हवाले कर दिया। पूर्व सरपंच की हरकत पर लोगों को गुस्सा है। घटना के खुलासे के बाद पुलिस ने आरोपी पूर्व सरपंच को अरेस्ट कर लिया है।
पहले मंदिर में की थी पूजा-पाठ
राजकोट के जियाणा गांव में भगवान से नाराज होकर गांव के पूर्व सरपंच ने गांव के तीन मंदिरों रामापीर मंदिर, बंगला वाली मेलडी माता मंदिर और वासंगी दादा मंदिर में आग लगा दी। जानकारी में सामने आया है कि पूजा पाठ करने के बाद भी जब स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो अंततः उसने भगवान के मंदिर में ही आग लगा दी। पुलिस ने मंदिरों में आग लगाने वाले पूर्व सरपंच अरविंद सरवैया को हिरासत में ले लिया है।
पहले नहीं हुआ शक
राजकोट के एयरपोर्ट थाना के एसीपी राजेश बारैया के अनुसार जब यह घटना सामने आई तो गांव में चर्चा होने लगी कि कुछ असामाजिक तत्वों ने इन मंदिरों को जला दिया है। लेकिन फिर ये घटना सामने आ गई। गांव के तीन मंदिरों में आग लगी देख लोगों में भी काफी गुस्सा था और आग लगाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई। इस मामले में एयरपोर्ट पुलिस ने IPC 295,435 के तहत केस दर्ज किया है।
दो मंदिर कई साल पुराने हैं
गांव के निवासी हमीरभाई बोरिचा के अनुसार पूर्व सरपंच ने पहले टायर लेकर आया रामापीर मंदिर जलाया फिर वहा से एक मूर्ति लेकर मेलडी माता मंदिर में आग लगाई। इसके बाद तीसरे मंदिर में आगजनी की। आरोप है कि एक ही रात में तीन मंदिरों में आग लगा दी। बोरिचा का कहना है कि हमारे गांव के पूर्व सरपंच अरविंद भाई ने यह किया है। हमारी मांग सिर्फ एक ही है हमारे आसपास के सभी गांव को न्याय चाहिए। रामापीर मंदिर 30-35 साल पुराना है। मेलडी माता मंदिर 50-55 साल पुराना है। तीसरा वासंगी दादा का मंदिर 2 साल पुराना है। ऐसे में पूर्व में सरपंच के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
Views: 0