कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ विवाद, भारी विरोध और कोर्ट-कचहरी के चक्कर लगाने के बाद अब सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है। इस फिल्म से कंगना बतौर डायरेक्टर भी डेब्यू कर रही हैं। वह फिल्म की लीड एक्ट्रेस और डायरेक्टर होने के साथ ही इसकी को-प्रोड्यूसर भी हैं। सेंसर बोर्ड के साथ भी सर्टिफिकेट के लिए मेकर्स की एक लंबी लड़ाई हुई है। हालांकि, दिलचस्प है कि अब जब फिल्म की रिलीज में महज एक हफ्ते की दूरी है, कंगना ने एक बयान दिया है। एक्ट्रेस और बीजेपी सांसद का मनाना है कि ‘इमरजेंसी’ को थिएटर में रिलीज करने का फैसला एक ‘गलती’ है।
कंगना रनौत ने ‘न्यूज 18’ को दिए इंटरव्यू में कहा है कि एक ओर जहां वह ‘इमरजेंसी’ की रिलीज को लेकर रोमांचित हैं, वहीं उन्हें लगता है कि इसे सीधे OTT पर प्रीमियर करना ज्यादा बेहतर होता है। कंगना ने कहा कि इसे सिनेमाघरों में रिलीज काने का फैसला चुनना ‘एक गलती’ हो सकती है। हां, अगर वह इसे सीधे OTT पर रिलीज करने का रास्ता चुनतीं तो उन्हें सेंसर बोर्ड की जांच का सामना नहीं करना पड़ता और एक ज्यादा अच्छी डील भी मिल जाती।
सेंसर बोर्ड से खींचतान पर बोलीं- मैं डर गई थी
कंगना रनौत ने इंटरव्यू में स्वीकार किया कि वह ‘डर’ गई थीं। जब उनसे फिल्म की रिलीज में हुई देरी को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि इसे सिनेमाघरों में रिलीज करना गलत फैसला था। मुझे नहीं पता था कि वो (CBFC) क्या-क्या हटा देंगे और हमें क्या रखने देंगे।’
‘इमरजेंसी’ को डायरेक्ट करने को भी माना भूल
एक्ट्रेस ने आगे कहा, ‘मुझे लगा कि मैंने कई जगहों पर गलत विकल्प चुने हैं। सबसे पहले, इस फिल्म का डायरेक्शन करने की चाहत भी इसमें शामिल है। मैंने यह मान लिया कि भले ही हमारे पास कांग्रेस की सरकार नहीं है। मैंने पहले फिल्म ‘किस्सा कुर्सी का’ के बारे में बात की थी। आज तक किसी ने वह फिल्म नहीं देखी है और उस समय उन्होंने (कांग्रेस सरकार) ने इसके सभी प्रिंट जला दिए थे। फिर किसी ने इंदिरा गांधी के बारे में फिल्म नहीं बनाई।’
कंगना बोलीं- मैंने सोचा था बच निकलूंगी
कंगना रनौत ने कहा कि उनकी ‘इमरजेंसी’ देखने के बाद आज की पीढ़ी यह सोचकर हैरान हो जाएगी कि इंदिरा गांधी ऐसी कैसे हो गईं। आखिरकार, वह तीन बार प्रधानमंत्री बनीं। एक्ट्रेस ने कहा कि उन्होंने चीजों को कम करके आंका और सोचा कि वह आपातकाल पर फिल्म बनाकर बच निकलेंगी।
‘हम निराश थे, पर हमने मुकाबला किया’
‘इमरजेंसी’ को बनाने और इसकी रिलीज तक के लिए संघर्ष पर कंगना ने कहा, ‘एक निराशा जरूर थी, लेकिन हमने मुकाबला किया। हमने छोटी-छोटी बातों पर भी जांच का सामना करने के बाद सभी दस्तावेज जमा किए। बहुत सारे इतिहासकारों और अलग-अलग प्रांतों और समुदायों के लोगों ने इसे देखा और उन्हें कुछ भी आपत्तिजनक नहीं लगा। बल्कि उन्होंने यह स्वीकार किया कि फिल्म को अवैध रूप से रोक दिया गया है। लेकिन हम सरकारी निकायों का बहुत सम्मान करते हैं और हमने उनका पूरा सहयोग किया।’
सूचना प्रसारण मंत्रालय का वैधानिक निकाय है सेंसर बोर्ड
यहां यह बताना भी सही होगा है कि केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) भारत सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय के तहत एक वैधानिक निकाय है। इसका नेतृत्व कंगना रनौत की ही भारतीय जनता पार्टी की सरकार के मंत्री अश्विनी वैष्णव करते हैं।
8 साल से हिट फिल्म के लिए तरस रही हैं कंगना
बरहाल, ‘इमरजेंसी’ अब शुक्रवार, 17 जनवरी 2025 को रिलीज हो रही है। फिल्म में कंगना रनौत के आलवा अनुपम खेर, श्रेयस तलपड़े, अशोक छाबड़ा, महिमा चौधरी, मिलिंद सोमन, विशाक नायर और सतीश कौशिक की प्रमुख भूमिकाओं में हैं। कंगना के फिल्मी करियर पर नजर दें तो 2015 में सुपरहिट ‘तनु वेड्स मनु रिटर्न्स’ के बाद 2023 तक उनकी 10 फिल्में रिलीज हुई हैं। इनमें से सिर्फ एक ‘मणिकर्णिका’ बॉक्स ऑफिस पर एवरेज साबित हुई है। कंगना की पिछली रिलीज ‘तेजस’ (2023) भी बॉक्स ऑफिस पर डिजास्टर साबित हुई थी।