पीलिया (Jaundice) लीवर से जुड़ी एक गंभीर समस्या है। जब खून में बिलीरुबिन (Bilirubin) नाम के पीले पिगमेंट की मात्रा बढ़ जाती है, तो त्वचा और आँखों का रंग पीला पड़ने लगता है। योग गुरु बाबा रामदेव का कहना है कि पीलिया होने पर लीवर पर अत्यधिक दबाव पड़ता है, जिससे भूख कम लगना, खून की कमी और शरीर में भारी थकावट जैसे लक्षण दिखते हैं। एलोपैथी में इसका कोई सटीक इलाज नहीं है, लेकिन आयुर्वेद और घरेलू नुस्खों से इसे 4-5 दिनों में ठीक किया जा सकता है।
अरंडी (Castor) की पत्तियां हैं पीलिया का काल
बाबा रामदेव के अनुसार, पीलिया के इलाज में अरंडी की पत्तियां चमत्कारिक रूप से काम करती हैं। सुबह खाली पेट 3 से 5 अरंडी की पत्तियों का ताज़ा रस निकालकर पीने से लीवर को बहुत राहत मिलती है। अगर कोई व्यक्ति लगातार 4 से 5 दिनों तक इस जूस का सेवन करता है, तो उसका पीलिया पूरी तरह ठीक हो सकता है। यह नुस्खा बच्चों और बड़ों दोनों के लिए असरदार है।
खान-पान में बदलाव: क्या खाएं और किससे बचें?
पीलिया के मरीज़ों के लिए सबसे ज़रूरी है परहेज। बाबा रामदेव की सलाह है कि:
- क्या न खाएं: तला-भुना खाना (Fried Food) और घी का सेवन बिल्कुल बंद कर दें। यह लीवर पर दबाव बढ़ाता है।
- क्या खाएं: रागी या ज्वार की रोटी, चावल और लौकी की सब्जी खाएं। मूंग की दाल भी ली जा सकती है। हमेशा हल्का और सुपाच्य भोजन ही करें ताकि लीवर को आराम मिले।
लीवर के लिए जादुई टॉनिक है ‘भूमि आंवला’
आयुर्वेद में भूमि आंवला को लीवर के लिए सबसे अच्छा टॉनिक माना गया है। इसके छोटे-छोटे फल आंवले जैसे दिखते हैं। इसका सेवन करने से न केवल पीलिया ठीक होता है, बल्कि हेपेटाइटिस में भी आराम मिलता है। इसके अलावा, ताज़ा पुनर्नवा का रस 2-3 दिनों तक पीने से शरीर की सूजन कम होती है और पीलिया में ज़बरदस्त लाभ मिलता है।
पुराने पीलिया के लिए ‘आक की जड़’ का नुस्खा
जिन लोगों को पीलिया बार-बार होता है (Chronic Jaundice), उनके लिए बाबा रामदेव ने एक विशेष उपाय बताया है। आक (मदार) के पेड़ की जड़ का आधा ग्राम चूर्ण सुबह पानी के साथ लेने से पुराना पीलिया भी ठीक हो जाता है। इसके अलावा, आक के छोटे से पत्ते को पान के पत्ते में रखकर धीरे-धीरे चूसने और बाद में चने खाने से भी पीलिया में तुरंत राहत मिलती है।
योग और एक्यूप्रेशर से बढ़ाएं लीवर की ताकत
बाबा रामदेव कहते हैं कि कपालभाति प्राणायाम लीवर के लिए किसी टॉनिक से कम नहीं है। रोज़ाना कपालभाति करने से लीवर की कार्यक्षमता बढ़ती है। साथ ही, दाएं हाथ (Right Hand) की छोटी उंगली और अनामिका (Ring Finger) के नीचे वाले हिस्से को दबाने से (एक्यूप्रेशर) पीलिया में आराम मिलता है।
