30.2 C
London
Friday, July 11, 2025
Homeराज्यओडिशा में डायरिया से 6 लोगों की मौत, विपक्ष का घटना पर...

ओडिशा में डायरिया से 6 लोगों की मौत, विपक्ष का घटना पर विधानसभा में हंगामा

Published on

भुवनेश्वर

ओडिशा के रायगढ़ा जिले में कई गांवों में खुले जल स्रोतों से दूषित पानी पीने के कारण डायरिया से कम से कम छह लोगों की मौत हो गई। 71 अन्य को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना को लेकर ओड‍िशा विधानसभा में शन‍िवार को जमकर हंगामा हुआ। विपक्षी दल कांग्रेस ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से बयान देने की मांग की है। दरअसल पिछले तीन दिनों में काशीपुर ब्लॉक के अलग-अलग गांवों में दूषित जल पीने से लोगों की मौत होने की खबरें हैं। इन गांवों का 11 डॉक्‍टरों के एक दल ने दौरा किया और पानी और ब्‍लड के सैंपल जमा क‍िए और उसे जांच के लिए भेजा है।

अधिकारियों ने बताया कि दूषित जल पीने से बीमारी की पहली सूचना मलीगुड़ा गांव से आई और बाद में दुदुकाबहाल, टिकरी, गोबरीघाटी, राउतघाटी और जलखुरा से भी ऐसी सूचनाएं आईं। उन्होंने कहा कि डांगसील, रेंगा, हदीगुड़ा, मेकांच, संकरदा और कुचिपादार गांव में भी कई लोग डायरिया से पीड़ित हैं और उनका घर पर ही इलाज किया जा रहा है। खुले जलस्रोतों से पानी पीने के बाद बीमार पड़े 71 लोगों में से 46 का टिकरी सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज चल रहा है। इसके अलावा काशीपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 14 और थातिबार स्वास्थ्य केंद्र में एक आश्रम स्कूल की 11 लड़कियों का उपचार किया जा रहा है। एक मरीज की हालत बिगड़ने के बाद उसे कोरापुट के एसएलएन मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया।

रायगढ़ा के डीएम स्वधादेव सिंह और मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी (सीडीएमओ) डॉ लालमोहन राउत्रे ने चिकित्सा केंद्रों का दौरा किया और मरीजों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। सीडीएमओ ने बताया कि मलीगुड़ा में एक खुले कुएं का पानी दूषित पाया गया और संबंधित अधिकारियों से गांवों के लिए पानी के वैकल्पिक स्रोत का प्रबंध करने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि अन्य गांवों में भी पानी को पीने योग्य बनाया जाएगा। काशीपुर ब्लॉक में पानी से जनित बीमारियों का इतिहास रहा है। वर्ष 2008 में डायरिया से लगभग सौ लोगों की मौत हो गई थी जबकि 2010 में भी हैजा से 100 लोगों की जान चली गई थी।

विधानसभा में शून्यकाल के दौरान इस मुद्दे को उठाया गया और कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्रा ने मुख्यमंत्री पटनायक से इस विषय पर बयान देने की मांग की। मिश्रा ने कहा कि अनाज की कमी के कारण जंगली फल खाने से भी लोग बीमार पड़े होंगे। कांग्रेस के सचेतक ताराप्रसाद बहिनीपति ने दावा किया कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के कारण बहुत से परिवारों को अनाज नहीं मिला क्योंकि उनका राशन कार्ड खो गया था।

Latest articles

High BP Remedies:सावधान हाई BP बना साइलेंट किलर जानें कारण लक्षण और बचने के आसान उपाय

High BP Remedies:आजकल लोगों में हाई बीपी (ब्लड प्रेशर) की समस्या बहुत आम हो...

भेल के कस्तूरबा अस्पताल ने किया एंबुलेंस सेवाओं का विस्तार

भेल, भोपालभेल के कस्तूरबा अस्पताल ने किया एंबुलेंस सेवाओं का विस्तार,भेल उद्योगनगरी से लगी...

More like this