ACCIDENT IN BAGESHWAR DHAM: बागेश्वर धाम में मंगलवार सुबह एक बड़ा हादसा हो गया. यहाँ धाम के पास बने एक ढाबे की दीवार अचानक गिर गई. इस हादसे में एक महिला की मौत हो गई, जबकि 10 से ज़्यादा श्रद्धालु घायल हो गए. दुर्घटना के तुरंत बाद स्थानीय पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुँची. घायलों को एम्बुलेंस से छतरपुर ज़िला अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उनका इलाज चल रहा है. सभी की हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है.
मलबे में दबने से महिला की मौत
जानकारी के अनुसार, यह हादसा मंगलवार रात करीब 3:30 बजे हुआ, जब दर्शन के लिए आए कुछ श्रद्धालु यहाँ बने एक अस्थाई ढाबे में ठहरे हुए थे. इस अस्थाई ढाबे की मिट्टी की दीवार अचानक ढह गई. चीख़-पुकार सुनकर आस-पास के लोग मदद के लिए दौड़े और दबे हुए लोगों को बाहर निकाला. मलबे में दबने से उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर के अदलहाट गाँव की रहने वाली 40 वर्षीय अनिता देवी की मौत हो गई.
घायलों का इलाज जारी
हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुँची और सभी घायलों को ज़िला अस्पताल भेजा गया. घायलों में मुंशीलाल कश्यप, पूनम देवी कहार, बीना देवी कश्यप, मंजू देवी कुर्मी, अरविंद कुमार पटेल, प्रिया कुमारी खाखर, अंशिका कुमारी कहार, कौशल सोनी, गुलाबचंद साहू, धनेश्वरी देवी शामिल हैं.
अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप
ज़िला अस्पताल में भर्ती मरीज़ों ने अस्पताल प्रशासन पर इलाज और व्यवस्थाओं में लापरवाही का आरोप लगाया है. घायलों का कहना है कि गीले होने के कारण उन्हें ठंड लग रही थी, लेकिन कंबल या गर्म कपड़े उपलब्ध नहीं कराए गए. उन्होंने इलाज में भी लापरवाही का आरोप लगाया. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के अस्पताल पहुँचने पर व्यवस्थाएँ सुधरीं. सिटी कोतवाली थाना प्रभारी अरविंद सिंह दांगी भी तत्काल अस्पताल पहुँचे और पूरे समय घायलों की देखभाल में जुटे रहे.
एक हफ़्ते में दूसरी बार हादसा, व्यवस्थाओं पर उठे सवाल
आपको बता दें कि बागेश्वर धाम में एक हफ़्ते के भीतर यह दूसरा हादसा है. 3 जुलाई को भी बागेश्वर धाम परिसर में एक टेंट गिरने से 1 श्रद्धालु की मौत हो गई थी और 8 लोग घायल हो गए थे. टेंट में लगा लोहे का एंगल श्यामललाल कौशल (50) के सिर पर गिर गया था, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी. एक हफ़्ते के भीतर दो बड़े हादसों के कारण धाम की व्यवस्थाओं पर सवाल उठ रहे हैं.