चंडीगढ़
हरियाणा के नूंह में डीएसपी सुरेंद्र सिंह बिश्नोई की खनन माफियाओं ने मंगलवार को हत्या कर दी। खनन माफियाओं ने उन्हें डंपर से कुचल दिया। वह मेवात में अवैध खनन रुकवाने के लिए पहुंचे थे। डीएसपी सुरेंद्र सिंह डंपर के सामने खड़े हो गए थे। उनकी हत्या से सनसनी फैल गई है। यह खबर मिलने के बाद पुलिस अफसर का पूरा परिवार सदमे में है। आज सुबह ही डीएसपी ने फोन पर जल्द ही घर लौटने की बात कही थी। तीन महीने बाद ही डीएसपी सुरेंद्र सिंह बिश्नोई रिटायर होने वाले थे।
घर में दो बच्चे, छोटा भाई
डीएसपी सुरेंद्र सिंह 1994 में हरियाणा पुलिस में सहायक उप निरीक्षक के रूप में भर्ती हुए थे। वह कुरुक्षेत्र में परिवार के साथ रहते थे। मूल रूप से वह हिसार जिले के सारंगपुर गांव के रहने वाले थे। उनका रिटायरमेंट इसी साल होना था। 59 साल के सुरेंद्र सिंह के दो बच्चे हैं। एक बेटी बेंगलुरु में बैंक में ऑफिसर है। बेटा कनाडा में पढ़ाई कर रहा है। छोटा भाई अशोक कोऑपरेटिव बैंक में ऑफिसर है। अशोक ने बताया कि आज सुबह 8 बजे ही बड़े भाई से फोन पर बात हुई थी। बातचीत में सुरेंद्र सिंह ने बोला था कि जल्दी घर आऊंगा। 3 महीने बाद उनका रिटायरमेंट था।घर में सुरेंद्र सिंह की हत्या की खबर आते ही मातम पसर गया। परिजनों को यकीन नहीं हो रहा कि वो दुनिया में नहीं हैं। परिजनों ने कहा कि उनकी अंतिम विदाई और सलामी हिसार जिले में आदमपुर के सारंगपुर गांव में होगी।
कैसे हुई वारदात?
डीएसपी सुरेंद्र सिंह को सूचना मिली थी कि अरावली हिल्स के पास अवैध खनन हो रहा है। इसके बाद वह मौके पर पुलिस टीम के साथ पहुंच गए। खनन रुकवाने के लिए डीएसपी सुरेंद्र सिंह डंपर के सामने जाकर खड़े हो गए। तभी खनन माफिया के गुर्गों ने डंपर चढ़ाकर डीएसपी की जान ले ली। हरियाणा के एडीजी लॉ ऐंड ऑर्डर संदीप खिरवार ने बताया कि दोपहर 12 बजे के करीब सुरेंद्र सिंह की दुखद हत्या की सूचना मिली थी। इस मामले में सख्त ऐक्शन लिया जाएगा।