नई दिल्ली ,
‘जिसको आप प्यार करते हों, उससे अलग होना दर्दभरा होता है. लेकिन इससे भी अधिक दर्द होता है जब आप किसी ऐसे आदमी को प्यार करते हों जो आपके लिए लापरवाह हो.’ सोशल मीडिया पर लिखे गए कुछ ऐसे ही शब्द, पाकिस्तानी अमेरिकी सानिया खान के लिए आखिरी पोस्ट साबित हुए. वह अपने पति से तलाक लेना चाहती थी. लेकिन इससे पहले ही पति ने उनकी जान ले ली. बाद में पति ने खुद की भी जान ले ली.
पत्नी को मारने के लिए पति करीब 1100 KM का सफर करके उनके पास पहुंचा था. इस वारदात की सोशल मीडिया पर काफी चर्चा है क्योंकि महिला ने सोशल मीडिया पर कई ऐसे पोस्ट लिखे, जिससे यह स्पष्ट था कि वह अपने पति से तलाक लेना चाहती थी.
सानिया ने एक वीडियो भी टिकटॉक पर पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने बताया था कि दक्षिण एशियाई मूल की महिला को तलाक लेने में कितनी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. सानिया प्रोफेशनल फोटोग्राफी करने के लिए अमेरिका के अल्फ्रेटा से शिकागो आई थीं. यहीं पर, पिछले सप्ताह, पति राहील अहमद ने गोली मारकर सानिया की हत्या कर दी. फिर खुद भी आत्महत्या कर ली. राहील सानिया की हत्या करने के लिए अल्फ्रेटा (जॉर्जिया) से स्ट्रीटवाइल (इलिनोइस) आया था.
शिकागो पुलिस ने बताया कि उन्हें 29 साल की सानिया और 36 साल के राहील की लाश अचेत अवस्था में पिछले सोमवार को मिली. दोनों के ही सिर में गोली लगी थी.सानिया की तो मौके पर ही मौत हो गई. वहीं राहील को नॉर्थवेस्टर्न हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां कुछ देर के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. मेडिकल जांच में बाद में सामने आया कि सानिया खान की हत्या हुई थी.
‘तलाक के दौर से गुजरे तो जिंदगी असफल’
सानिया ने हाल में कहा था, ‘अगर दक्षिण एशियाई मूल की महिलाएं तलाक के दौर से गुजरें तो ऐसा माना जाता है उनकी जिंदगी असफल हो गई. आपको भावानात्क तौर पर किसी का साथ नहीं मिलता है. लोग क्या कहेंगे? यह काफी परेशान करता है’ सानिया ने जून में टिकटॉक पर लिखा था, ‘वो शादी छोड़ना बहुत मुश्किल होता है, जिसमें शुरुआत से ही आपको नहीं होना चाहिए.’
दोस्तों से भी साझा किया था दुख
सानिया खान के कुछ दोस्तों ने मीडिया से बातचीत में माना कि वह अपनी शादी से खुश नहीं थी. सानिया की दोस्त गैब्रिएला बोर्डो ने कहा कि उन्हें भी वही चीजें मालूम थीं, जो उन्होंने टिकटॉक पर लिखी थीं. बोर्डो ने कहा सानिया और राहील का परिवार यही चाहता था कि दोनों साथ में रहें और अलग न हों.
मनोचिकित्सक समइया मुश्ताक जो टेक्सास में रहती हैं, उनका 2013 में तलाक हुआ था. उन्होंने कहा कि दक्षिण एशियाई कल्चर में इस बात की प्रवृत्ति है कि अगर आप शादी से खुश नहीं हैं तब भी इसे निभाते हुए चलें. क्योंकि सफल शादी को सर्वोत्तम शिखर माना जाता है. मुश्ताक ने माना कि यही कारण है कि दक्षिण एशिया में शादी के बाद तलाक लेना काफी दुरुह है.