कर्नाटक: ‘…तो बच जाती पति की जान’, BJP नेता प्रवीण की पत्नी को है ये अफसोस

नई दिल्ली,

कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले में हुई बीजेपी युवा मोर्चा के जिला सचिव प्रवीण नेट्टारू की हत्या के बाद अब उनकी पत्नी का बयान सामने आया है. उनका कहना है कि वो रोज दुकान बंद करते वक्त अपने पति के साथ होती थीं, हत्या वाले दिन वो उनके साथ नहीं थी, अगर होतीं तो शायद ऐसा नहीं होता. उन्होंने आरोपियों को सख्त सजा देने की गुहार की है.

गौरतलब है कि दक्षिण कन्नड़ जिले के बेल्लारे क्षेत्र में प्रवीण नेट्टारू की एक पोल्ट्री की दुकान है. वह मंगलवार रात उसे बंद कर घर लौट रहे थे तभी उनकी हत्या कर दी गई. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है, लेकिन प्रवीण की हत्या के बाद से राज्य में सियासी तनातनी बनी हुई है.

‘काश मैं उनके साथ होती?’
अब इस मामले में प्रवीण नेट्टारू की पत्नी का कहना है- मुझे नहीं पता, उन्होंने मेरे पति को क्यों मारा. हर रोज, जब वो दुकान बंद कर रहे होते थे तो मैं उनके साथ होती थी. कल (मंगलवार को) मैं उनके साथ नहीं थी. अगर मैं होती तो शायद ये नहीं होता. उनके साथ जो हुआ, वो किसी और के साथ नहीं होना चाहिए. आरोपियों को सजा मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा- मेरे पति लंबे समय से भाजपा के सदस्य थे. वह पार्टी की हर गतिविधि में शामिल हुआ करते थे.

धारदार हथियार से हुई प्रवीण की हत्या
प्रवीण नेट्टारू रात करीब 9 बजे दुकान बंद करके घर लौट रहे थे. तभी अज्ञात लोगों ने उन पर धारदार हथियार से हमला कर दिया. प्रवीण पर एक के बाद एक कई वार किए गए. पुलिस मामले की जांच कर रही है. दक्षिण कन्नड़ के एसपी सोनवणे ऋषिकेश ने बताया कि इस मामले में पड़ताल शुरू कर दी है. वारदात की जगह पर अगर कोई सीसीटीवी कैमरा है, तो उसकी फुटेज की मदद से हमलावरों की खोज की जाएगी. इसके अलावा पुलिस ने युवा नेता के करीबियों से भी पूछताछ शुरू कर दी है.

खुद के लोगों को नहीं बचा पा रही बीजेपी
प्रवीण नेट्टारू की मौत पर कर्नाटक के पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक प्रियांक एम. खड़गे का कहना है कि एक ओर युवा जान चली गई. ये राज्य में चरमराती कानून-व्यवस्था को दिखाता है. सोचने वाली बात ये है कि एक हिंदूवादी नेता की जान गई है, वो भी बीजेपी की ही सरकार में. यानी भाजपा सरकार अपने ही लोगों की सुरक्षा करने में सक्षम नहीं है, तो अन्य लोगों की सुरक्षा कौन करेगा. हालांकि बीजेपी सरकार की ओर से इस घटना के पीछे PFI और SDPI का हाथ होने की बात कही जा रही है.

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