बस्ती
राजनीति में कुछ भी परमानेंट नहीं होता है। यह कहावत है, लेकिन आजकल समाजवादी पार्टी गठबंधन के सहयोगी के तौर पर रहे ओम प्रकाश राजभर और अखिलेश यादव के बीच जो कुछ चल रहा है, वह सामान्य जोड़-तोड़ से कहीं अधिक हो गया है। दोनों ही दलों के नेताओं के बीच बयानबाजी खूब हो रही है। समाजवादी पार्टी ने पहले एक पत्र के जरिए समाजवादी पार्टी गठबंधन से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी अध्यक्ष ओपी राजभर को अलग होने की सलाह दे दी। उसके बाद एक कार्यक्रम में अखिलेश यादव ने राजभर के भटकने और झाड़-फूंक से इलाज होने वाला बयान दे दिया। बस फिर क्या था, राजभर ने भी अखिलेश पर करारा पलटवार कर दिया है। बस्ती में पार्टी के एक कार्यक्रम के दौरान राजभर ने कहा कि अनपढ़ और अशिक्षित लोग झाड़-फूंक की बात करते हैं।
ओम प्रकाश राजभर ने सीधे-सीधे अखिलेश यादव पर ऐसा निशाना साधा है, जिस पर अब राजनीति गरमा सकती है। अखिलेश और राजभर के रिश्ते इन दिनों ठीक नहीं हैं। अब अखिलेश यादव ने वाराणसी में एक कार्यक्रम के दौरान पहले कहा था कि राजभर तो यहां पर हैं, लेकिन उनके अंदर आत्मा किसी और की है। इसलिए गांव-देहात में जिस प्रकार से झाड़-फूंक होता है। उसी प्रकार से उनकी भी झाड़-फूंक करवानी होगी। राजभर को सुरक्षा देने के मसले पर अखिलेश ने कहा कि जो भारतीय जनता पार्टी को खुश करेगा, उसे ही सुरक्षा मिलेगी। सपा की ओर से पहले 23 जुलाई को एक खुला पत्र लिखकर शिवपाल यादव और ओम प्रकाश राजभर को कहा गया था कि अगर आपको लगता है, कहीं ज्यादा सम्मान मिलेगा तो वहां जाने के लिए आप स्वतंत्र हैं।
राजभर ने अब दिया जवाब
ओम प्रकाश राजभर ने अब अखिलेश यादव को अपने ही अंदाज में जवाब दिया है। राजभर ने अखिलेश यादव का नाम लिए बिना बस्ती के कार्यक्रम में जमकर तंज कसा। राजभर ने कहा कि वे पढ़े-लिखे व्यक्ति हैं। आज विज्ञान का युग है। उनको भी विज्ञान पर विश्वास करना चाहिए। झाड़-फूंक पर नहीं। झाड़-फूंक पर विश्वास तो अशिक्षित लोग करते हैं। नासमझ लोग हैं, वे झाड़-फूंक को मानते हैं। संविधान की बदौलत अस्पताल खुला है। थाना खुला है। वहां न इलाज होता है।
राजभर ने समझाते हुए कहा कि लात खाइए, मार खाइए तो थाने पर जाइए। ज्यादा चोट लग गई तो चले जाइए अस्पताल। वहां इलाज हो सकता है। झाड़-फूंक से कोई ठीक होगा। हड्डी टूट जाए तो इससे जुड़ेगा? लोगों को यह समझना चाहिए।
अखिलेश ने बोला शिवपाल पर भी साधा था निशाना
वाराणसी के कार्यक्रम में अखिलेश यादव ने अपने चाचा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी अध्यक्ष शिवपाल यादव पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अगर वे लोहिया के विचारों को मजबूत करना चाहते हैं तो उन्हें अपनी पार्टी को मजबूत करने का कार्य करना चाहिए। साथ ही, उन्होंने कहा कि उन्हें जो करने का मन है, करना चाहिए। किसने रोका है?