प्रशांत महासागर में दिखा अजीबो-गरीब जीव, इससे पहले कभी नहीं देखा गया

हवाई द्वीप,

प्रशांत महासागर में वैज्ञानिकों को ऐसा विचित्र जीव मिला है, जो आजतक कहीं नहीं देखा गया. इस दुर्लभ जीव का शरीर करीब 9 फीट का है. जिसके एक तरफ लंबी पूंछ है. दूसरी तरफ ढेर सारे सूंडों यानी टेंटेकल्स का झुंड है. वैज्ञानिक इस बात से हैरान हैं कि कहीं ये किसी समुद्री जीव की नई प्रजाति तो नहीं खोज ली गई है.

इस हैरान करने वाले जीव को E/V Nautilus नाम के रिमोट से चलने वाले समुद्री यान ने खोजा था. उसने इसका वीडियो भी बनाया. इस समुद्री यान को गहरे समुद्र में रिसर्च करने वाली गैर-सरकारी संस्था ओशन एक्सप्लोरेशन ट्रस्ट चलाती है. जैसे ही समुद्री यान की स्क्रीन पर यह जीव दिखा वैज्ञानिक हैरान रह गए. वो यान को इस जीव के बेहद नजदीक ले गए. इसके बाद कैमरे को जूम करके इसके अंगों की फोटो भी ली. वीडियो भी बनाए.

इस जीव की पूरी लंबाई करीब 9 फीट है. जबकि इसके सूंड करीब 16 इंच लंबे थे. सूंड ऐसे निकले थे जैसे वो किसी नरम गोल हिस्से के ऊपर कांटें हों. यह इन सूंडों से ही तैर रहा था. खा रहा था. चारों तरफ हिलाकर शिकार खोज रहा था. इस जीव को इस महीने की सात तारीख को खोजा गया था. ये प्रशांत महासागर में करीब 9823 फीट की गहराई में था. जहां यह जीव मिला है, वह जगह हवाई द्वीप के पश्चिम में स्थित जॉन्सट्न एटॉल के पास है.

वैज्ञानिकों को शुरुआत में लगा कि ये सोलमबेलुला मोनोसिफेलस है. इसे सोलमबेलुला समुद्री पेन भी कहा जाता है. इसी फाइलम में जेलीफिश, हाइड्रा और कोरल आते हैं. इससे पहले समुद्री पेन को अटलांटिक और हिंद महाागर में देखा गया है. लेकिन यह समुद्री पेन नहीं लग रहा है. इस प्रोजेक्ट के प्रमुख खोजकर्ता स्टीव असकाविच ने कहा कि यह खोज अचंभित करने वाली है.

स्टीव असकाविच ने कहा कि हमें शुरुआत में लगा कि ये समुद्री पेन है. लेकिन हम पूरी तरह से निश्चिंत नहीं हैं. हमें एक जीव दिखा था लेकिन उसे कैप्चर नहीं कर पाए. यह जीव हमारे समुद्री यान से भी बड़ा था. फिलहाल तो हम इसे समुद्री पेन ही मांग रहे हैं. इसके आकार से लगता है कि यह बेहद प्राचीन जीव है, जो इतनी गहराई में रहता है. हालांकि इसकी सही उम्र का अंदाजा लगाना मुश्किल है. आमतौर पर समुद्री पेन 5 से 6 साल की उम्र तक मैच्योर हो जाते हैं. ज्यादा से ज्यादा एक दशक तक जिंदा रहते हैं. अगर शिकार नहीं हुए तो.

स्टीव ने बताया कि सोलमबेलुला मोनोसिफेलस को इससे पहले प्रशांत महासागर के मध्य इलाके में नहीं देखा गया. कुछ महीने पहले ही स्पोन के वैज्ञानिकों ने समुद्री पेन की दो प्रजातियों को खोजा था. स्यूडमबेलुला और सोलमबेलुला. अभी इस बात को तय करना बाकी है कि ये नया जीव क्या सोलमबेलुला मोनोसिफेलस प्रजाति का ही है. या फिर कुछ और है. इसके लिए स्टडी की जा रही है. हो सकता है कि ये कोई नहीं प्रजाति हो.

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