‘रियल टाइम डिजिटल पेमेंट में भारत की 40 प्रतिशत हिस्सेदारी’, गुजरात में बोले PM मोदी

गांधीनगर,

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गिफ्ट सिटी (गुजरात फाइनेंस टेक सिटी) में इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विसेज सेंटर्स अथॉरिटी (IFSCA) हेडक्वार्टर्स बिल्डिंग का शिलान्यास किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है, ये भवन अपने आर्किटैक्चर में जितना भव्य होगा, उतना ही भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाने के असीमित अवसर भी खड़े करेगा. पीएम मोदी ने कहा कि भारत अब USA, UK और सिंगापुर जैसे दुनिया के उन देशों की कतार में खड़ा हो रहा है जहां से ग्लोबल फाइनेंस को दिशा दी जाती है. मैं इस अवसर पर आप सभी को और सभी देशवासियों को अनेक-अनेक बधाई देता हूं.

पीएम मोदी ने कहा कि गिफ्ट सिटी की परिकल्पना में देश के सामान्य मानवी की आकांक्षाएं जुड़ी हैं. गिफ्ट सिटी में भारत के भविष्य का विज़न जुड़ा है, भारत के स्वर्णिम अतीत के सपने भी जुड़े हैं. उन्होंने कहा कि गिफ्ट सिटी कॉमर्स और टेक्नोलॉजी के हब के रूप में अपनी मजबूत पहचान बना रहा है. गिफ्ट सिटी वेल्थ और विजडम दोनों को सेलिब्रेट करता है. मुझे ये देखकर भी अच्छा लगता है कि गिफ्ट सिटी के जरिए भारत, विश्व स्तर पर सर्विस सेक्टर में मजबूत दावेदारी के साथ आगे बढ़ रहा है.

प्रधानमंत्री ने कहा कि 2008 में वर्ल्ड इकोनॉमिक क्राइसिस और मंदी का दौर था. भारत में पॉलिसी पैरालाइसिस का माहौल था. लेकिन, उस समय गुजरात फिनटेक के क्षेत्र में नए और बड़े कदम बढ़ा रहा था. मुझे खुशी है कि वो आइडिया आज इतना आगे बढ़ चुका है. पीएम ने कहा कि हमें ये याद रखना होगा कि एक वाइब्रेंट फिनटेक सेक्टर का मतलब केवल आसान बिजनेस परिवेश, रिफॉर्म्स और रेग्युलेशन्स तक ही सीमित नहीं होता. ये अलग अलग क्षेत्रों में काम कर रहे प्रोफेशनल्स को एक बेहतर जीवन और नए अवसर देने का माध्यम भी है.

पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत दुनिया की सबसे बड़ी इकोनॉमी में से एक है, इसलिए भविष्य में जब हमारी इकोनॉमी आज से भी कहीं ज्यादा बड़ी होगी, हमें उसके लिए अभी से तैयार होना होगा. हमें इसके लिए ऐसे इंस्टिट्यूशन्स चाहिए, जो ग्लोबल इकोनॉमी में हमारे आज के और भविष्य के रोल को पूरी कर सके. पीएम ने कहा कि आज 21वीं सदी में फाइनेंस और टेक्नोलॉजी एक दूसरे से जुड़े हुए हैं और बात जब टेक्नोलॉजी की हो, बात साइंस और सॉफ्टवेयर की हो, तो भारत के पास उम्र भी है, और एक्सपीरिएंस भी है. आज रियल टाइम डिजिटल पेमेंट में पूरी दुनिया में 40% हिस्सेदारी अकेले भारत की है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले 8 सालों में देश ने वित्तीय समावेशन (financial inclusion) की एक नई लहर देखी है. यहां तक कि गरीब से गरीब भी आज औपचारिक वित्तीय संस्थान (formal financial institutions) से जुड़ रहा है. आज जब हमारी एक बड़ी आबादी फाइनेंस से जुड़ गई है तो ये समय की मांग है कि सरकारी संस्थाएं और प्राइवेट प्लेयर्स, मिलकर कदम आगे बढ़ाएं.

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