भगवा गमछा, तने हुए हाथ… ED की हिरासत में दूसरे दिन भी संजय राउत के तेवर वही

मुंबई

शिवसेना के फायर ब्रैंड नेता संजय राउत । उद्धव ठाकरे की ढाल संजय राउत। पात्रा चॉल घोटाले में मुख्य किरदार में नाम पर तेवर में जरा भी कमी नहीं। तेवर वही बस कलेवर नया। एकनाथ शिंदे की बगावत के दौरान राउत के धमकी से लेकर लाड़-प्यार वाला बयान भी सभी ने देखे हैं। अब जब राउत को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है तो वहां भी उनका हावभाव बदले नहीं है। भगवा गमछा लहराने से लेकर रिएक्शन तक बदले नहीं दिख रहे हैं। उधर, कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि ये राउत के ये तेवर यूं ही नहीं है। दरअसल, इसे राज्य में शिंदे मंत्रिमंडल के गठन से भी जोड़कर देखा जा रहा है। राज्य में शिंदे-देवेंद्र फडणवीस की सरकार बने काफी समय हो चुका है लेकिन अभी तक मंत्रिमंडल का गठन नहीं हुआ है।

संजय राउत की गिरफ्तारी के बाद भी तेवर वही दिख रहे हैं। वरिष्ठ पत्रकार अशोक वानखेड़े ने बताया कि दरअसल, ये शिवसेना को कमजोर करने की कोशिश हो रही है लेकिन इसका असर उल्टा दिख रहा है। यही वजह है कि राउत के ये तेवर दिख रहे हैं।

शिवसेना हिंदुत्व की राजनीति करती है। राउत का भगवा गमछा लहराने को भी उसी से जोड़कर देखा जा रहा है। वानखेड़े कहते हैं कि शिवसेना के साथ जिला स्तर से लेकर संगठन स्तर तक लोग हैं और वे पार्टी के लिए पूरी ताकत के साथ जुड़े हुए हैं। ईडी दफ्तर से निकलते वक्त संजय राउत का पुराना अंदाज। भगवा गमछा और हाथ ऊपर। संजय राउत गिरफ्तार भले ही हो गए हैं लेकिन इस तस्वीर में वे अपने समर्थकों को आश्वासन देते नजर आ रहे हैं।

उधर, शिवसेना संजय राउत के साथ पूरी ताकत के साथ खड़ी है। वानखेड़े तो यहां तक दावा करते हैं कि रावत की गिरफ्तारी एकनाथ शिंदे के साथ गए कुछ विधायकों को धमकाने के तौर पर देखना चाहिए। क्योंकि शिंदे खेमे के सभी विधायक मंत्री बनना चाहते हैं। अभी तक राज्य में मंत्रिमंडल का विस्तार भी इसीलिए रुका हुआ है।

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