प्रतापगढ़,
प्रतापगढ़ के कुंडा से बाहुबली विधायक और जनसत्ता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भइया के पिता राजा उदय प्रताप सिंह आज शेखपुरा गांव में धरने पर बैठ गए हैं. राजा उदय प्रताप सिंह एक गेट को हटाने की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं. उसे यह ‘मस्जिदनुमा’ बता रहे हैं. इससे पहले राजा उदय प्रताप सिंह ने ट्वीट करके विरोध जताया था.
आजतक से बात करते हुए राजा उदय प्रताप सिंह ने कहा, ‘शेखपुर आशिक में मोहर्रम के दौरान 10-15 दिन तक मस्जिद का एक ढांचा खड़ा कर दिया जाता है, इसमें उनकी भाषा में पता नहीं क्या-क्या लिखा होता है, यह सब हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए किया जाता है, इसकी मैं एफआईआर करा सकता हूं, लेकिन पुलिस एक्शन नहीं लेती है.’
प्रतापगढ़ पुलिस पर आरोप लगाते हुए राजा उदय प्रताप सिंह ने कहा, ‘धार्मिक भावनाओं को भड़काने की शिकायत कर सकता हूं, लेकिन पूरा जिला प्रशासन हिंदुओं के पक्ष में एक्शन लेता नहीं है, इसलिए धरने पर बैठना पड़ा, मैंने ट्विटर पर भी बताया था, लेकिन कोई एक्शन नहीं हुआ, इस मस्जिदनुमा गेट के नीचे से हम क्यों जाएं, इसको हटाया जाए तो हम हटेंगे.’
इससे पहले राजा उदय प्रताप सिंह ने ट्वीट करके कहा था, ‘कुंडा प्रतापगढ़ स्थित शेखपुर गांव में मुसलमानों ने सड़क के आर-पार मस्जिद का गेट बना दिया है, जिस पर उनकी भाषा में कई चीजे लिखी हैं और यह हिंदुओ को बाध्य कर रहे है उसके नीचे से जाये. हमारा सुझाव है कि सभी हिंदू मुख्यमंत्री से शिकायत करें कि गेट को तत्काल हटवाया जाए.’
यह कोई मौका नहीं है, जब मुहर्रम से पहले राजा उदय प्रताप सिंह ने विरोध का बिगुल बुलंद किया है. दरअसल, प्रतापगढ़ प्रशासन हर साल मोहर्रम का त्योहार शांति पूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए कमर कसता है, लेकिन उसी दिन राजा उदय प्रताप सिंह शेखपुर आशिक गांव में मंदिर पर बंदर की तेरहवीं और भंडारे का आयोजन करते हैं.
इसका विरोध मुस्लिम समुदाय के लोग करते हैं, क्योंकि उनको ताजिया ले जाने में दिक्कत होती है. मामला हाई कोर्ट तक पहुंचा चुका है. हाई कोर्ट में मामला जाने के बाद हर साल मुहर्रम पर प्रतापगढ़ जिला प्रशासन की ओर से राजा उदय प्रताप सिंह को नजरबंद किया जाता है, लेकिन इस बार मुहर्रम से कुछ दिन पहले ही राजा साहब धरने पर बैठ गए हैं.